यूक्रेन के जारी युद्ध के चलते रूस में कामगारों की कमी हो गई है। दरअसल, देश के हजारों युवाओं को जंग लड़ने के लिए बुला लिया गया है। ऐसे में बहुत सारी बड़ी-बड़ी कंपनियां वर्कफोर्स की कमी महसूस कर रही हैं। इसे देखते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अलग-अलग प्रोफेशन में महिलाओं को ज्यादा रोजगार देने की अपील की है। मालूम हो कि लो बर्थ रेट के कारण रूस पहले से ही घटती श्रम शक्ति से जूझता रहा है। ऊपर से यूक्रेन से युद्ध छिड़ने के बाद यह समस्या और ज्यादा गंभीर हो गई, क्योंकि हजारों पुरुष अपनी नौकरियां छोड़कर जंग के मैदान में जा चुके हैं।
एयर फोर्स का हिस्सा बनने वाली लड़कियों की तारीफ
इतना ही नहीं, रूस और यूक्रेन में जंग छिड़ने पर कुछ रूसी देश छोड़कर भाग गए। वे इस लड़ाई का हिस्सा नहीं बनना चाहते थे। वर्कफोर्स की समस्या पर राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, ‘लड़कियां रूस के लिए बड़े रिजर्व का प्रतिनिधित्व करती हैं। जिन सेक्टर्स में वे अभी तक काम नहीं कर रही हैं, उन्हें वहां भी मौका दिए जाने की जरूरत है।’ रूसी नेता ने एयर फोर्स में शामिल होने के लिए पढ़ाई कर रही महिलाओं की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि हमारे फ्लाइट स्कूलों में लड़कियां पहले से ही लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं। रक्षा मंत्री ने बताया कि वे इसमें काफी शानदार हैं जबकि इसे तो हमेशा से पुरुषों का पेशा माना जाता रहा है। मगर, आज सीमाएं टूट रही हैं और लड़कियां आगे बढ़ रही हैं।
गौरतलब है कि क्रेमलिन प्रमुख को लंबे समय से तथाकथित पारंपरिक मूल्यों का रक्षक माना जाता रहा है। उन्होंने कहा, ‘सेहत, शरीर और परिवार से कुछ दिक्कतें खड़ी की जा सकती हैं। सवाल उठ सकता है कि बच्चे किसके साथ रहेंगे मगर इन मसलों का भी हल निकाला जा सकता है।’ वहीं, राष्ट्रपति पुतिन ने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार के रूप में पंजीकरण कराने के लिए सोमवार को रूस के केंद्रीय चुनाव आयोग के समक्ष दस्तावेज प्रस्तुत किए। पुतिन के समर्थकों ने शनिवार को औपचारिक रूप से उन्हें 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में भाग लेने के लिए नामांकित किया। रूसी चुनाव कानून के तहत पार्टी के टिकट पर चुनाव नहीं लड़ने वालों के लिये कम से कम 500 समर्थकों के समूह द्वारा नामांकन अनिवार्य है। स्वतंत्र उम्मीदवारों को भी 40 या अधिक क्षेत्रों से समर्थन के कम से कम 3 लाख हस्ताक्षर जुटाने की जरूरत है।