बिहार के रोहतास जिले में सोन नदी पर बने पुल के पिलर में 12 साल का बच्चा लगभग 24 घंटे से फंसा हुआ है। उसे निकालने के प्रयास जारी हैं। एनडीआरएफ की टीम ने दीवार काटकर छेद बनाया है। बच्चे को बांस के सहारे खाना और पानी पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि बच्चे की हालत स्वस्थ है। जल्द ही उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं। रालोजद चीफ उपेंद्र कुशवाहा भी गुरुवार दोपहर को नासरीगंज पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया।
जानकारी के मुताबिक जमालपुर और अतिमीगंज के निकट नासरीगंज-दाऊदनगर सोन पुल की पिलर व दीवार के बीच 12 वर्षीय किशोर फंस गया। एक फुट से भी कम चौड़ी दरार से उसका शरीर आंशिक रूप से दिखाई दे रहा है। बुधवार दोपहर में पुल से रोने-चीखने की हल्की आवाज आई तो मामले का पता चला। सूचना पाकर बीडीओ जफर इमाम, सीओ अमित कुमार, एसआई शिवम कुमार, गौतम कुमार समेत प्रशासनिक पदाधिकारी दल-बल के साथ पहुंचे। परिजनों को ढांढ़स बंधाया। किशोर को बचाने का आश्वासन दिया और बचाव कार्य में जुट गए। सूचना पर एसडीएम समेत अन्य आला अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं।
पटना से एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। गुरुवार सुबह मशीनें बुलाकर दीवार में छेद किया गया। फिलहाल बच्चे की हालत सामान्य बताई जा रही है। उस तक बांस के सहारे पानी और खाना पहु्ंचाया गया है। दीवार काटकर उसको निकालने का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर रखे गए हैं।
पिलर में कैसे फंसा बच्चा?
नासरीगंज-दाउदनगर पुल पर लटके तार के सहारे विक्षिप्त बालक के पिलर पर चढ़ने की आशंका जताई जा रही है। पिलर पर चढ़ने के बाद आगे बढ़ने पर बच्चा खाली जगह में गिर पड़ा और उसमें फंस गया। पुल में फंसे बच्चे को निकालने के लिए पिलर पर चढ़े लोग इसका अनुमान लगा रहे है। लोगों का कहना है कि पिलर से तार काफी समय से लटका हुआ है। विक्षिप्त बच्चा भटकते हुए पुल की तरफ चला गया होगा। जहां पुल से लटके तार से ऊपर चढ़ गया। ऊपर चढ़ने पर पुल की खाली जगह में आगे बढ़ा होगा, जहां से गिर गया होगा।