जी-20 समिट के बाद सऊदी क्राउन प्रिंस भारत में एक दिन के आधिकारिक दौरे पर हैं। सोमवार को वह हैदराबाद हाउस में पीएम नरेंद्र मोदी से मिले। द्विपक्षीय वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सऊदी अरब हमारा सबसे अहम रणनीतिक साझेदार है। उन्होंने कहा, ‘दो बड़ी और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं का सहयोग पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए अहम है। हमने बातचीत में कई अहम मुद्दों पर आगे बढ़ने पर सहमति जताई है। आज की बातचीत हमारे रिश्तों को नई ऊर्जा और दिशा देगी। इससे हमें मानवता के कल्याण के लिए साथ मिलकर काम करने की प्रेरणा मिलेगी।’
पीएम नरेंद्र मोदी और मोहम्मद बिन सलमान की यह मीटिंग बेहद अहम है क्योंकि दोनों देशों ने मिडल ईस्ट-इंडिया-यूरोप कॉरिडोर पर सहमति जताई है। जी-20 से इतर अमेरिका, यूरोपियन यूनियन, सऊदी अरब और भारत ने इस कॉरिडोर पर आगे बढ़ने का फैसला लिया है, जिसे चीन के बेल्ट ऐंड रोड प्रोजेक्ट की काट के तौर पर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि मोहम्मद बिन सलमान भारत दौरे में ही इस परियोजना में सऊदी अरब की ओर से निवेश का ऐलान भी कर सकते हैं। कहा जा रहा है कि इस परियोजना में सऊदी अरब की ओर से बड़ा निवेश किया जाएगा।
मोहम्मद बिन सलमान शनिवार को ही भारत आए थे। जी-20 समिट में शामिल होने के बाद एक दिन के द्विपक्षीय दौरे के लिए रुके हुए हैं। सोमवार को उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से रक्षा और आर्थिक संबंधों को लेकर बातचीत की। मोहम्मद बिन सलाम की इस विजिट को लेकर यूएई और मिस्र के पूर्व राजदूत नवदीप सूरी ने कहा कि जी-20 के बाद भी सलमान का भारत में रुकना अहम है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद बिन सलमान अपने साथ 7 मंत्रियों का एक बड़ा डेलिगेशन लेकर आए हैं। इसके अलावा 100 दिग्गज कारोबारी भी शामिल हैं। इसलिए आज भारत में निवेश को लेकर भी कुछ अहम करार हो सकते हैं।