लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दावा किया कि “बेरोजगारी की बीमारी” ने भारत में एक महामारी का रूप ले लिया है, और आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्य “इस बीमारी का केंद्र” बन गए हैं। उनकी टिप्पणी गुजरात के भरूच जिले के अंकलेश्वर में 40 रिक्तियों के लिए एक फर्म द्वारा आयोजित वॉक-इन-इंटरव्यू के लिए लगभग 800 लोगों के आने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति की घटना पर आई थी। जिस होटल में साक्षात्कार हो रहा था, उसके प्रवेश द्वार की ओर जाने वाले रैंप पर चढ़ने की कोशिश कर रहे अभ्यर्थियों द्वारा धक्का-मुक्की की गई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट के जरिए इसको लेकर भाजपा पर निशाना साथा। राहुल गांधी ने लिखा कि ‘बेरोज़गारी की बीमारी’ भारत में महामारी का रूप ले चुकी है और भाजपा शासित राज्य इस बीमारी का ‘एपिसेंटर’ बन गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि एक आम नौकरी के लिए कतारों में धक्के खाता ‘भारत का भविष्य’ ही नरेंद्र मोदी के ‘अमृतकाल’ की हकीकत है। इसमें कोई दोराय नहीं है कि पूरे भारत में रोज़गार सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है और विपक्ष इसको लेकर सरकार पर सवाल करते रहा है। हाल में खत्म हुए लोकसभा चुनाव में भी बेरोजगारी बड़ा मुद्दा था।
ये बात भी सच है कि सरकारी नौकरियों के लिए भीड़ जबरदस्त होती है। पर भरूच में ये भीड़ प्राइवेट नौकरी के लिए थी। गुजरात के भरूच जिले में बीई केमिकल डिग्री वाले सैकड़ों से अधिक युवा एक निजी फर्म में चालीस नौकरी रिक्तियों के लिए साक्षात्कार के लिए एक होटल में भीड़ लगा रहे थे। वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये वीडियो 22 वर्षों से भाजपा द्वारा गुजरात की जनता से किए गए “धोखेबाज़ी मॉडल” का प्रमाण है।