पंजाब विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष बीर दविंदर सिंह का शुक्रवार को संक्षिप्त बीमारी के बाद निधन हो गया। उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि सिंह (73) ने चंडीगढ़ स्थित स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में अंतिम श्वांस ली। सिंह पहली बार 1980 में सरहिंद से कांग्रेस के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए थे। वह वर्ष 2002 में खरड़ से विधायक निर्वाचित हुए। उन्होंने अमरिंदर सिंह नीत पंजाब सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2003 से 2004 तक राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष के तौर पर कार्य किया।
सिंह को वर्ष 2016 में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया और वर्ष 2019 में उन्होंने शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) का दामन थाम लिया था। सिंह के निधन पर विभिन्न दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ पंजाब के प्रखर नेता बीर दविंदर सिंह के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष बीर दविंदर सिंह के निधन की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ। वह पंजाब के बारे में अपनी जानकारी, विनम्रता और निस्वार्थ सेवा के लिए जाने जाते थे। मैं उनके परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। वाहे गुरु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।