ओडिशा में एक और ट्रेन हादसा हुआ है. सोमवार को एक मालगाड़ी के बरगढ़ में पटरी से उतरने की खबर है. हालांकि, ईस्ट कोस्ट रेलवे ने कहा कि इस हादसे से इंडियन रेलवेज का कोई लेना देना नहीं है.
एक प्राइवेट सीमेंट कंपनी उस ट्रैक की देखरेख करती है. उसकी मरम्मत का काम भी वही देखती है. बता दें की 2 जून की रात तीन ट्रेनों की आपसी टक्कर में 275 लोगों की जान चली गयी थी. यह हादसा ओडिशा के बालासोर में हुआ था.
मालगाड़ी की पांच बोगियां पटरी से उतरी
बालासोर जिले में हुए भीषण रेल हादसे के तीन दिन बाद ही, सोमवार को ओडिशा के बरगढ़ जिले में एक निजी नैरो गेज रेल लाइन पर एक मालगाड़ी की पांच बोगियां पटरी से उतर गई. गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर जिले में पिछले सप्ताह कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने तथा फिर एक मालगाड़ी से टकराने से हुए भीषण हादसे में कम से कम 275 लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि चूना पत्थर ले जा रही एक मालगाड़ी की पांच बोगियां उस वक्त पटरी से उतर गईं, जब वह डूंगरी से बरगढ़ जा रही थी. उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी के घायल या हताहत होने की खबर नहीं है.
रखरखाव तथा संचालन रेलवे द्वारा नहीं किया जाता
अधिकारियों ने बताया कि यह घटना एक ‘प्राइवेट साइडिंग’ के अंदर हुई जो एक कंपनी के स्वामित्व में है और इसका रखरखाव तथा संचालन रेलवे द्वारा नहीं किया जाता है. अधिकारियों ने बताया कि डूंगरी लाइमस्टोन माइन्स और एसीसी सीमेंट प्लांट, बरगढ़ के बीच एक निजी नैरो गेज रेल लाइन है. यहां मौजूद लाइन, वैगन, लोको सब कुछ निजी कंपनी के स्वामित्व में हैं. यह किसी भी तरह से भारतीय रेलवे प्रणाली से जुड़ा हुआ नहीं है और इसी लाइन पर घटना आज सुबह हुई.