नखरेबाज IAS पूजा खेडकर की मुश्किलें बढ़ीं, अब ऐक्शन की तैयारी

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महाराष्ट्र की चर्चित आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुणे में प्रोबेशन पीरियड के दौरान तरह-तरह की डिमांड करके नखरेबाज का आरोप झेल रहीं पूजा खेडकर के खिलाफ ऐक्शन लिया जा सकता है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने पद हासिल करने के लिए शारीरिक विकलांगता श्रेणी और ओबीसी कोटे के तहत लाभों का कथित रूप से दुरुपयोग करने के मामले में पुणे कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा, प्रशासनिक अधिकारियों को ट्रेनिंग देने वाली लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी (LBSNA) ने भी महाराष्ट्र सरकार से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। यानी कि पूजा पर शिकंजा कस सकता है और इस मामले में कार्रवाई भी हो सकती है।

पूजा खेडकर को आठ जुलाई को महाराष्ट्र सरकार ने धमकाने और अपमानजनक व्यवहार के आरोप में पुणे से वसीम ट्रांसफर कर दिया था। इसके बाद गुरुवार को उन्होंने वाशिम में ज्वाइन भी कर लिया। पूजा ने गुरुवार को कहा, ”मैं वाशिम जिला कलेक्टरेट में शामिल होकर खुश हूं और काम करने के लिए उत्सुक हूं।” वहीं, अपने ऊपर लगे आरोपों के बारे में पूछे जाने पर पूजा खेडकर ने कहा कि वह मीडिया से बात करने के लिए अधिकृत नहीं हैं। उन्होंने कहा, ”सरकारी नियम मुझे इस मामले पर कुछ भी बोलने की इजाजत नहीं देते। इसलिए मैं बोल नहीं सकती।”

पुणे के कलेक्टर सुहास दिवसे ने पुणे कलेक्टरेट में पूजा खेडकर के दुर्व्यवहार के संबंध में अतिरिक्त मुख्य सचिव नितिन गद्रे को एक रिपोर्ट भेजी थी। इसके बाद पूजा का ट्रांसफर पुणे से वाशिम कर दिया गया। महाराष्ट्र कैडर के 2023 बैच की आईएएस अधिकारी खेडकर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा में पद हासिल करने के लिए शारीरिक विकलांगता श्रेणी और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कोटे के तहत लाभों का कथित रूप से दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया गया है। उनके पिता, जोकि राज्य सरकार से वरिष्ठ प्रशासक के रूप में रिटायर हुए थे, पर जिला कलेक्ट्रेट के अधिकारियों को कलेक्टर कार्यालय में एंटेचैम्बर पाने के लिए धमकाने का आरोप है।

वॉट्सऐप चैट भी आई सामने
पूजा खेडकर की वॉट्सऐप चैट्स भी सामने आई हैं, जिसमें वह केबिन, ट्रैवल आदि पर अपडेट मांगते हुए दिख रही हैं। इसके अलावा वह कहती हैं कि ज्वाइन करने से पहले यह सब हो जाना चाहिए था। एनडीटीवी के अनुसार, वह कहती हैं कि कृपया तीन तारीख को मेरे ज्वाइन करने से पहले केबिन व गाड़ी बनवा लें। उसके बाद समय नहीं मिलेगा। अगर यह सब संभव नहीं है तो बता दीजिए, ताकि फिर मैं कलेक्टर से बात करूं। कलेक्टर दफ्तर की रिपोर्ट में बताया गया है कि पूजा खेडकर ने एक घर की भी मांग की थी।

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