नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया है है कि उनकी अमेरिका यात्रा से दोनों देशों के लोकतांत्रिक, विविधतापूर्ण और स्वतंत्रता जैसे साझा मूल्यों पर आधारित संबंधों को और मजबूती मिलेगी ।
श्री मोदी ने अमेरिका और मिश्र की यात्रा पर रवाना होने से पहले मंगलवार को कहा कि अमेरिका और भारत के संबंध लोकतंत्र , विविधता और स्वतंत्रता जैसे साझा मूल्यों पर आधारित है और उनकी इस यात्रा से ये संबंध और मजबूत बनेंगे। उन्होंने कहा कि हम मिलकर साझा वैश्विक चुनौतियों का मजबूती से सामना कर सकेंगे।
श्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध बहुआयामी हैं और दोनों दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि वस्तु और सेवा क्षेत्र में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, स्वास्थ्य , रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भी हमारे बीच अच्छा सहयोग है । महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में की गई पहल से हमारे संबंधों में नए आयाम जुड़े हैं तथा हमारे बीच सहयोग अब रक्षा उद्योग, अंतरिक्ष, दूरसंचार, क्वांटम , कृत्रिम बुद्धिमत्ता और जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों तक बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों देश मुक्त, खुले, और समावेशी हिंद प्रशांत क्षेत्र के साझा विजन पर भी सहयोग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन और अमेरिका के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी बातचीत द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत बनाने तथा जी 20, क्वाड और अन्य बहुपक्षीय मंचों में साझेदारी को मजबूत बनाने का अच्छा अवसर होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला डॉक्टर जिल बाइडन के निमंत्रण पर राजकीय यात्रा पर अमेरिका जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस विशेष निमंत्रण से दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच साझेदारी की प्रगाढ़ता का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि 21 जून को वह योग दिवस पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग समारोह में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की बड़ी हस्तियों के साथ हिस्सा लेंगे।
श्री मोदी ने कहा कि अमेरिका यात्रा के दौरान वह अमेरिकी संसद को भी संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिका से वह मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी के निमंत्रण पर काहिरा जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह एक करीबी मित्र देश की यात्रा के लिए उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा कि श्री अल सीसी इस वर्ष भारत में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। श्री मोदी ने कहा कि वह मिस्र के राष्ट्रपति और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा को लेकर आशान्वित हैं।