रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन के तहत देशभर में रेलवे जंक्शनों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है और उन्हें वैश्विक स्तर का बनाया जा रहा है।
श्री वैष्णव ने रविवार को यहां कहा कि प्रधानमंत्री रेलवे जंक्शनों का आधुनिक सुविधाओं से लैस बनाना जाहते हैं और उनके मिशन के अनुसार देशभर के 1309 जंक्शनों का अमृत स्टेशन योजना के तहत पुनर्निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत ओडिशा में 57 जंक्शन का पुनर्निर्माण किया जा रहा है।
रेल मंत्री ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा है कि बात चाहे ओडिशा की हो या केरल की, मध्य प्रदेश के जंक्शनों के पुनर्निर्माण की बात हो या बेंगलुरु की, हर जगह को सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहास धरोहरों को संजो को उन्हें वैश्विक स्तर का बनाया जा रहा है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि धरोधरों का संजोना ही विकास है।” वहीं अयोध्या धाम जंक्शन के बाद पुरी में यहां के प्रतीक और देश के चार धामों में से एक जगन्नाथ मंदिर की थीम पर रेलवे जंक्शन का पुनर्निर्माण करवे को लेकर जब उनसे पूछा गया कि सरकार की योजना देशभर में इस तरह के कितने रेलवे जंक्शन के पुनर्निर्माण करवाने की है, तो उन्होंने कोई आंकड़ा तो नहीं बताया, लेकिन इतना स्पष्ट तौर पर कहा कि सरकार रेलवे जंक्शनों का पुनर्निर्माण सांस्कृति, धार्मिक और ऐतिहास धरोहरों पर ध्यान केंद्रित कर करवा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार का मंशा यात्रियों के लिए जंक्शनों पर हर तरह की सुविधा मुहैया कराने की है। सरकार रलवे जंक्शनों ऐसा हब बनाने की है, स्थानीय व्यंजन, स्थानीय सामानों की खरीद-बिक्री हो सके।
उन्होंने बताया, कि मैं अभी कटक रलवे जंक्शन का निरीक्षण करके आ रहा हूं और हर जगह मैंने यही पाया है कि इस दिशा में काम जोर-शोर से चल रहा है। इस समय मैं भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर खड़ा हूं और आप लोग देख रहे हैं कि यहां पर कितना तेजी से काम चल रहा है।
उन्होंने बताया कि रेलवे जंक्शनों का पुनर्निर्माण इस तरह से किया जा रहा है कि शहर के एक हिस्से को दूसरे हिस्से से बिना बाधा रहित तरीके से जोड़ा जा सके। साथ ही रेलवे ट्रैक्स वाले हिस्से का भी समुचित उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया रेलवे ट्रैक के उपर कॉनकोर्स कौन का निर्माण किया जा रहा है। जहां पर यात्रियों को स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेने, बैठने, बच्चों के खेलने और सामानों की खरीद-बिक्री के लिए स्थान उपलब्ध होगा।