विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर नयी सरकार में चालू वित्त वर्ष के लिए पेश होने वाले बजट से सबकी उम्मीदें पूरी होने की आस लगाए निवेशकों की वित्तीय सेवाएं, आईटी, बैंकिंग और टेक समेत सात समूहों में हुई जबरदस्त लिवाली की बदौलत आज शेयर बाजार नये शिखर पर पहुंच गया।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 712.44 अंक की छलांग लगाकर पहली बार 78 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 78,053.52 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 183.45 अंक उछलकर 23,721.30 अंक के सार्वकालिक उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। हालांकि दिग्गज कंपनियों के विपरीत बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का दबाव रहा, इससे मिडकैप 0.26 प्रतिशत गिरकर 46,020.08 और स्मॉलकैप 0.03 प्रतिशत फिसलकर 52,064.12 अंक रह गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 4000 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1808 में लिवाली जबकि 2075 में बिकवाली हुई वहीं 117 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 25 कंपनियों में तेजी जबकि 24 में गिरावट रही वहीं एक के भाव स्थिर रहे।
विश्लेषकों के अनुसार, घरेलू बाजार में आज वित्तीय क्षेत्र की लिवाली से तेजी देखी गई, जिसका नेतृत्व मुख्य रूप से निजी बैंकों ने किया, जिसमें निफ्टी बैंक एक नए उच्च स्तर पर पहुंच गया और सेंसेक्स 78,000 को पार कर गया। हालांकि, रियल्टी, बिजली, धातु और मिडकैप जैसे क्षेत्रों में मुनाफावसूली हुई। आगामी बजट से उम्मीदों के कारण बाजार ऊपर की ओर बढ़ रहा है। इसके अलावा खपत के दृष्टिकोण के बारे में जानकारी के लिए मानसून की प्रगति पर नजर रखी जा रही है।
इससे बीएसई के सात समूहों में मजबूत लिवाली हुई और वित्तीय सेवाएं 1.45, हेल्थकेयर 0.08, इंडस्ट्रियल्स 0.12, आईटी 0.53, बैंकिंग 1.87, कैपिटल गुड्स 0.28 और टेक समूह के शेयर 0.43 प्रतिशत चढ़ गए। वहीं, यूटिलिटीज़ 0.95, धातु 0.84, तेल एवं गैस 0.75, पावर 1.05, रियल्टी 1.82 और सर्विसेज समूह के शेयर 0.57 प्रतिशत टूट गये।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.15, जर्मनी का डैक्स 0.97 और चीन का शंघाई कंपोज़िट 0.44 प्रतिशत टूट गया जबकि जापान का निक्केई 0.95 और हांगकांग का हैंगसेंग 0.25 प्रतिशत चढ़ गया।