मैं अपने परिवार को शर्मिंदा नहीं करना चाहता थी…, ऐसा क्यों बोलीं स्मृति ईरानी

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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने पुराने दिनों को याद किया है। स्मृति ईरानी ने बताया कि जब उन्होंने एक्टिंग शुरू की थी तब उन्हें बहुत कम पैसे मिलते थे। स्मृति ने ये भी बताया कि एक्टिंग शुरू करने के तीन महीने बाद उन्हें एक फिल्म का ऑफर मिला था। हालांकि, उन्होंने उस फिल्म के लिए ऑडिशन देने से मना कर दिया था। अब आप सोच रहे होंगे कि करियर की शुरुआत में स्मृति ईरानी ने फिल्म करने से मना क्याें कर दिया था। चलिए आपको बताते हैं।

इस वजह से नहीं दिया फिल्मों के लिए ऑडिशन

स्मृति ईरानी ने ब्रूट को दिए इंटरव्यू में कहा, “टीवी सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ अभी शुरू ही हुआ था। तीन ही महीने हुए थे और मेरे पास एक फिल्म का ऑफर आया था। मेकर्स ने लीड रोल ऑफर किया था, लेकिन मैंने ऑडिशन देने से मना कर दिया था। क्योंकि मैं मां बनना चाहती थी और मुझे पता था कि अगर बच्चा पैदा करने की कोशिश करूंगी तो मैं पेड़ों के आसपास घूमने वाली हीरोइन नहीं बन पाऊंगी। उन फिल्म का नाम ‘दिल चाहता है’ था। जब मैंने फिल्म करने से मना किया जब उन्होंने कहा ‘क्या तुम पागल हो, ये दिल चाहता है है।”

परिवार को शर्मिंदा नहीं करना चाहती थी- स्मृति

स्मृति ने कहा, “मुझ पर पारिवारिक जिम्मेदारियां थीं। मैं नहीं चाहता थी कि यह मेरे परिवार के सदस्यों के लिए शर्मिंदगी का कारण बने इसलिए मैंने एक अभिनेता के रूप में अपना जीवन सम्मान के साथ जीया। मैं कभी किसी शादियों में नहीं गई। वो लोग बहुत पैसे ऑफर करते थे, लेकिन मेरी सोच अलग थी। मैंने पान मसाला का विज्ञापन भी नहीं किया।”

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