महंगाई में एक बार फिर उछाल देखने को मिला है। रिटेल इनफ्लेशन (खुदरा महंगाई) नवंबर में सालाना आधार पर बढ़कर 5.5 पर्सेंट पहुंच गई है। इस साल अक्टूबर में रिटेल इनफ्लेशन 4 महीने के निचले स्तर 4.87 पर्सेंट पर थी। यह बात मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इम्प्लिमेंटेशन की तरफ से मंगलवार को जारी किए गए आंकड़े में कही गई है। खुदरा महंगाई का मौजूदा डेटा, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के 2-6 पर्सेंट के टॉलरेंस बैंड के भीतर ही है।
नवंबर में 8.7% रही फूड इनफ्लेशन
नवंबर में फूड इनफ्लेशन 8.70 पर्सेंट रही है। ग्रामीण और शहरी इलाकों में इनफ्लेशन रेट (महंगाई दर) क्रमशः 5.85 पर्सेंट और 5.26 पर्सेंट रही है। एक साल पहले की समान अवधि में यह 4.62 पर्सेंट और 5.12 पर्सेंट था। नवंबर में सब्जियों की महंगाई 17.7 पर्सेंट पहुंच गई है। भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी दिसंबर पॉलिसी मीटिंग में महंगाई लक्ष्य में कोई बदलाव नहीं किया है और इसे 5.4 पर्सेंट रखा है।
16 महीने के हाई पर इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन
देश का इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन अक्टूबर में 16 महीने के हाई पर पहुंच गया है। इस साल अक्टूबर में इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन 11.7 पर्सेंट रहा है। वहीं, पिछले साल अक्टूबर में इसमें 4.1 पर्सेंट का कन्ट्रैक्शन देखने को मिला था। इस साल सितंबर में इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन 5.8 पर्सेंट बढ़ा था। नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (NSO) की तरफ से रिलीज किए गए डेटा के मुताबिक, इस साल अक्टूबर में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का आउटपुट 10.4 पर्सेंट बढ़ा है। वहीं, अक्टूबर 2023 में माइनिंग सेक्टर के आउटपुट में 13.1 पर्सेंट का उछाल देखने को मिला है। अक्टूबर में इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में 20.4 पर्सेंट की ग्रोथ देखने को मिली है।