केंद्रीय युवा कार्यक्रम, खेल, श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और केंद्रीय संचार और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने 33वें ओलंपिक पेरिस 2024 के उपलक्ष्य में सोमवार को संयुक्त रूप से स्मरणीय डाक टिकट जारी किए।
आज यहां आयाेजित कार्यक्रम में डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “खेल केवल एक स्पर्धा नहीं हैं, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका होते हैं। इन डाक टिकटों का जारी होना खेलों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो राष्ट्रीय गौरव और एथलीटों के लिए प्रोत्साहन का प्रतीक है।”
उन्होंने कहा कि खेल एक स्वस्थ राष्ट्र को बढ़ावा देते हैं जो कि धन और समृद्धि के लिए आवश्यक है। खेल लोगों को एक साथ लाते हैं, जिससे व्यक्तिगत फिटनेस और राष्ट्रीय कल्याण दोनों में वृद्धि होती है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सरकार का प्राथमिक ध्यान एथलीटों पर रहा है और सरकार ने सुनिश्चित किया है कि उन्हें सफल होने के लिए जरूरी तमाम सहायता और सुविधाएं मिलें। उन्होंने कहा कि सरकार ने संसाधनों की कमी को दूर करने के लिए पूरी लगन से काम किया है ताकि एथलीट बिना किसी बाधा के उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
उन्होंने कहा, “इन डाक टिकटों को जारी करके हमने अपने खिलाड़ियों और अपने राष्ट्र को याद किया है। आइए हम सभी चीयर4भारत करें और अपने एथलीटों को प्रोत्साहित करें।”
केन्द्रीय संचार मंत्री सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 33वें ओलंपिक पेरिस 2024 पर एक डाक टिकट जारी करना भारत की ऐतिहासिक खेल विरासत को एक ट्रिब्यूट है। इस टिकट के साथ हम अपने खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत को मान देते हैं और उसे सेलिब्रेट करते हैं।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के विजन के अनुसार आज खेल और खेलों का बुनियादी ढांचा आखिरी मील तक पहुंच रहा है। यहां तक कि हमारे डाक विभाग के कर्मचारी भी खेलों के क्षेत्र में अविश्वसनीय उपलब्धियां दिखा रहे हैं। मुझे यकीन है कि इस टिकट के जरिए हम डाक टिकट संग्रहण के अपने समृद्ध इतिहास में इज़ाफा करेंगे और युवा खिलाड़ियों को खेल क्षमताओं का निर्माण करने और वैश्विक मंच पर भारत को गौरवान्वित करने के लिए प्रेरित करेंगे। मैं पेरिस ओलंपिक 2024 में भाग लेने वाले भारतीय दल को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।”