लोकसभा चुनाव के लिए मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने शुक्रवार को प्रत्याशियों की एक और लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में 11 प्रत्याशियों का नाम है। इन 11 प्रत्याशियों में 5 मुस्लिम समाज से हैं। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और फिरोजाबाद में प्रत्याशी बदल दिया गया है। वाराणसी में पहले अतहर जमाल लारी को उतारा गया था। अब यहां से सैय्यद नेयाज को टिकट दिया गया है। फिरोजाबाद से सतेंद्र जैन सोली की जगह अब चौधरी बशीर को उतारा गया है।
सीतापुर से महेंद्र सिंह यादव, हरदोई से भीम राव आंबेडकर, संतकबीरनगर से मोहम्मद आलम को टिकट दिया गया है। फतेहपुर से मनीष सिंह सचान, फिरोजाबाद से चौधरी बशीर, मिश्रिख से बीआर अहिरवार को उतारा गया है। वाराणसी से अतहर जमाल लारी की जगह अब सैय्यद नेयाज को टिकट दिया गया है।
जौनपुर की मछलीशहर सीट से कृपाशंकर सरोज पर दांव लगाया गया है। भदोही से अतहर अंसारी, प्रयागराज की फूलपुर सीट से जगन्नाथ पाल और महाराजगंज से मोहम्मद मौसमे आलम को टिकट दिया गया है।
मायावती भले ही चुनाव प्रचार में देरी से उतरी हैं लेकिन प्रत्याशियों को लेकर उनकी रणनीति बेहद खास मानी जा रही है। उनका जोर एक तरफ सपा के पीडीए पर चोट पहुंचाने की ओर है तो दूसरी ओर भाजपा को भी परेशान करने वाली रणनीति पर काम कर रही हैं।
झांसी-ललितपुर के प्रत्याशी को पार्टी से निकाला
इससे पहले गुरुवार को मायावती ने झांसी-ललितपुर संसदीय सीट से घोषित प्रत्याशी राकेश कुशवाहा को सीधे पार्टी से ही निष्कासित कर दिया था। अभी नए प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। यहां जिलाध्यक्ष जयपाल अहिरवार को हटा दिया गया है। उनकी जगह नया जिलाध्यक्ष बना दिया है। इसके अलावा मण्डल प्रभारियों के भी पर कतर दिए हैं।
बताया जाता है कि मायावती ने खुद भी अपने प्रत्याशियों का सर्वे कराया है। इस सर्वे में आए निष्कर्ष के बाद झांसी के प्रत्याशी और पदाधिकारियों पर एक्शन लिया है। झांसी-ललितपुर लोकसभा सीट पर भाजपा ने निवर्तमान सांसद अनुराग शर्मा पर दूसरी बार तो गठबंधन की ओर से कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य को मैदान में उतारा है।