लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में चुनाव में शुक्रवार को 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 88 सीटों पर वोट डाले जायेंगे और इसके लिये चुनाव आयोग ने मतदान केन्द्रों तक वोटिंग मशीनें पहुंचाने से लेकर सुरक्षा व्यवस्था समेत सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक कराया जायेगा। इसके लिये दूरदराज के मतदान केन्द्रों पर मतदान कराने वाले अधिकारियों की टीमें मतदान सामग्री के साथ पहले ही रवाना कर दी गयी हैं। आयोग ने दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिये घर से मतदान करने की सुविधा भी की है। तेज गर्मी को देखते हुये मतदान केन्द्रों पर पेयजल और छाया की व्यवस्था की जा रही है।
पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान 66 प्रतिशत से कुछ अधिक था, जो 2019 के औसत मतदान की तुलना में तीन प्रतिशत कम रहा। जिला निर्वाचन अधिकारी मतदान में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिये फोन पर रिकार्ड की हुई अपील जारी करने के अलावा सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से मतदान के महत्व को रेखांकित कर रहे हैं।
निर्वाचन आयोग के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दूसरे चरण में मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर भी चुनाव होना था, लेकिन बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार के निधन के कारण अब इस सीट पर चुनाव सात मई को तीसरे चरण में कराया जायेगा।
अट्ठासी सीटों पर कुल 1206 प्रत्याशी चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं। इस चरण में केरल की 20, कर्नाटक की 14, राजस्थान की 13, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की आठ- आठ , मध्य प्रदेश की छह, असम और बिहार की पांच-पांच, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल की तीन-तीन और जम्मू-कश्मीर, मणिपुर तथा त्रिपुरा की एक-एक सीट पर मतदान होगा।
निर्वाचन आयोग के अनुसार इस चरण के लिये 89 सामान्य पर्यवेक्षक, 53 पुलिस पर्यवेक्षक और 109 व्यय पर्यवेक्षक तैनात किये गये हैं।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों की जीत की संभावनाओं को मजबूत करने के लिये
कई रैली और रोड शो किये। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी सक्रिय रूप से प्रचार किया। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा तथा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने जमकर चुनाव प्रचार किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ नेता राहुल गांधी , प्रियंका गांधी , कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारामैया, उप-मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी तथा पार्टी के दिग्गज नेताओं ने भी जोर-शोर से चुनाव प्रचार किया।
दूसरे चरण की हाई प्रोफाइल सीटों में जहां वायनाड से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अग्नि परीक्षा होगी, वहीं तीन केंद्रीय मंत्री और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। राजस्थान के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के पुत्रों के भाग्य का फैसला भी जनता 26 अप्रैल को ही
तय करेगी। इसके अलावा छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टिकट दिया है। कर्नाटक की मान्ड्या लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की साख दांव पर है। श्री कुमारस्वामी की पार्टी जनता दल (सेक्युलर) का भाजपा के साथ गठबंधन हैं। केरल की तिरुअनंतपुरम सीट भी चर्चा में है, जहां से केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर से है। राजस्थान की जोधपुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं।