भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल और बढ़ते स्ट्रेस की वजह से आज लोग कम उम्र में ही ब्लडप्रेशर की समस्या के शिकार बन रहे हैं। आमतौर पर लोग हाई बीपी को ज्यादा नकसानदेह समझते हैं। लेकिन आपको बता दें, बीपी हाई हो या लो, दोनों ही सूरतों में सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। लो बीपी को हाइपोटेंशन भी कहा जाता है। अगर किसी व्यक्ति के ब्लड प्रेशर की रीडिंग 80 और 60 से कम है, तो वह लो ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आता है। बीपी लो होने पर व्यक्ति को बेहोशी, धुंधला दिखना, उल्टी आना, थकान, सांस की दिक्कत और एकाग्रता में कमी होने लगती है। अच्छी बात यह है कि इस समस्या को दो खास योगासनों की मदद से कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं उनके बारे में।
लो बीपी के कारण होने वाली समस्याएं-
ब्लड प्रेशर लो होने पर फेफड़ों, ब्रेन और किडनी में खून की सप्लाई नहीं हो पाती है। जिसके वजह से शरीर के सभी अंग अच्छी तरह से काम नहीं कर पाते हैं। लो ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक, एनीमिया, ब्लड इंफेक्शन, डिहाइड्रेशन, थायराइड, स्ट्रेस और ब्रेन स्ट्रोक का भी कारण बन सकता है।
लो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए प्राणायाम-
कपालभाति-
कपालभाति करने के लिए सबसे पहले योग मैट पर सुखासन में बैठकर अपनी रीढ़ की हड्डी को बिल्कुल सीधा रखें। अब दोनों हथेलियों को आकाश की तरफ घुटने पर रखते हुए लंबी गहरी सांस लें। अब सांस छोड़ते हुए पेट को अंदर की तरफ खींचें। इस प्राणायाम को अपनी क्षमतानुसार कर सकते हैं। इसका नियमित अभ्यास ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करेगा।
भ्रामरी प्राणायाम-
भ्रामरी प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले पद्मासन या सिद्धासन में बैठकर अपनी दोनों आंखें बंद करके अपने दोनों अंगूठों से कान बंद कर लें। अब अपनी तर्जनी उंगुली को माथे पर रखते हुए बाकि उंगुलियों को आंखों पर रखें। अब मुहं बंद करके लंबी गहरी सांस लें। सांस छोड़ते समय गुनगुनाने वाली आवाज निकालें। इस प्राणायाम का अभ्यास करने से लो बीपी की समस्या में सुधार होता है।