किसने लगाया कितना दांव, अडानी के प्रमोटर्स ने खरीदे अपनी ही कंपनी के शेयर,

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गौतम अडानी समूह की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के प्रमोटर्स ने अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाई है। अडानी एंटरप्राइजेज के प्रमोटरों ने 21 अगस्त से 7 सितंबर के बीच कंपनी में 2.06 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी हासिल की, जिससे उनकी हिस्सेदारी 71.93 प्रतिशत हो गई। भारतीय बाजार के नियमों के मुताबिक प्रमोटर किसी कंपनी में 75 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी हासिल नहीं कर सकते।

कितनी बढ़ाई हिस्सेदारी: केंपास ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड द्वारा 21 अगस्त से 22 अगस्त के बीच 0.61 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी गई। वहीं, 30 अगस्त से 7 सितंबर के बीच अतिरिक्त 1.46 प्रतिशत हिस्सेदारी इनफिनिट ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड ने खरीदी। दोनों कंपनियों को अडानी समूह द्वारा प्रवर्तकों के रूप में पहचाना गया है। यह कंपनी द्वारा अपनी प्रमुख कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी 69.87 प्रतिशत घोषित करने के तीन सप्ताह बाद आया है। बता दें कि 7 अगस्त से 18 अगस्त के बीच केंपास ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट ने कंपनी में 2.22 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की है।

11 लाख करोड़ रुपये के पार मार्केट कैप
शुक्रवार को अडानी समूह का कुल बाजार पूंजीकरण 11 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया, जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों निवेशकों की लगातार खरीदारी की वजह से संभव हो पाया है। समूह ने शुक्रवार को अपने बाजार पूंजीकरण में 7,039 करोड़ रुपये जोड़े, जिससे उसकी 10 सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार मूल्य 11 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो गुरुवार को 10.96 लाख करोड़ रुपये था।

मार्च 2023 की शुरुआत से अडानी समूह के शेयरों ने हिंडनबर्ग के निचले स्तर से काफी हद तक सुधार किया है। अहम बात ये है कि अडानी समूह अगस्त में जारी संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग परियोजना (ओसीसीआरपी) रिपोर्ट के कारण हुए नुकसान से भी उबर गया है। प्रमोटरों पर शेयर की कीमत और होल्डिंग में हेरफेर का आरोप लगाने वाली रिपोर्ट जारी होने के बाद 31 अगस्त को कंपनी का मार्केट कैप गिरकर 10.48 लाख करोड़ रुपये  हो गया था।

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