वायनाड. केरल में भारी बारिश से तबाही और मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए सात जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इन जिलों में स्कूल, कॉलेजों और अन्य संस्थानों को 2 जुलाई को बंद रखने का फैसला किया गया है। इन जिलों में त्रिशूर, मलाप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर, कासरगोड शामिल हैं। मौसम विभाग ने वाडनाड जिले में शनिवार तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
भूस्खलन में 290 लोगों की मौत की पुष्टि
वायनाड में भूस्खलन की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 308 हो गया है। 213 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं और 240 लापता हैं, मृतकों में 29 बच्चे भी शामिल हैं। कम से कम 9328 प्रभावित लोगों को अब वायनाड जिले के मेप्पडी और आसपास के इलाकों में स्थापित 91 राहत शिविरों में रखा गया है, जिनमें19 गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। तबाह हुए गांव में घर, स्कूल और दुकानों सहित लगभग 348 इमारतें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं।
पलक्कड़ जिले में भी स्कूल, आंगनवाड़ी, ट्यूशन सेंटर और मदरसों को शुक्रवार को बंद रखने का आदेश दिया है। वहीं आवासीय विद्यालय जैसे कि नवोदय विद्यालय में कामकाज जारी रहेगा। त्रिशूर के डीएण अर्जुन पांडियन का कहना है कि कई स्कूलों का इस्तेमाल राहत शिविर के तौर पर भी किया जा रहा है। वहीं मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का फैसला किया गया है। यहां आवासीय विद्यालयों को भी निर्देश दिया गया है कि वे क्लास ना चलाएं।
5 अगस्त तक बारिश का अनुमान
इडुक्की और एर्नाकुलम में भी स्कूलों को राहत शिविर बनाया गया है। ऐसे में स्कूलों को शुक्रवार को बंद रकने का फैसला किया गया है। मौसम विभाग ने केरल में पांच अगस्त तक बारिश का अलर्ट जारी किया है।
40 टीमें कर रहीं लापता लोगों की तलाश
भयंकर भूस्खलन में मारे गए लोगों की तलाश अब भी जारी है। मुंडाक्काई और चूरामाला में तलाशी अभियान में 40 टीमों को लगाया गया है। इन्हें 6 जोन में डिवाइड कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक अब भी 240 लोग लापता हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि सेना से जानकारी मिली है कि जिन लोगों को जिंदा निकाला जा सका है उन्हें सुरक्षित अस्पताल भेज दिया गया है। उम्मीद है कि अभी और लोगों को भी जीवित निकाला जा सकता है। 40 टीमों में सेना, एनडीआरएफ, नौसेना, कोस्ड गार्ड, सिविल डिफेंस, पुलिस और वन विभाग के जवानों को शामिल किया गया है। इन्हें 6 जोन में बांटा गया है। चूरामाला स्कूल इलाका, पुराने गांव की सड़क, चालियार नदी, मुंडाक्काई, अट्टामाला और पंचिरिमाट्टम इलाके में ये टीमें तलाशी अभियान चला रही हैं।
सरकार की तरफ बताया गया कि चेलियार नदी में भी तलाश करने की कोशिश की जाएगी। तमिलनाडु पुलिस के दो डॉग स्क्वाड को भी तलाशी अभियान में लगाया गया है। जिन शवों को क्षतिग्रस्त अवस्था में निकाला गया है उनका डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा ताकि परिवार के लोग अपने परिजनों के शवों की पहचान कर सकें।