दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले में मिली अंतरिम जमानत पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह कोई रूटीन जजमेंट नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अमित शाह ने कहा कि देश में बहुत सारे लोग मानते हैं कि स्पेशल ट्रीटमेंट दिया गया है। उल्लेखनीय है कि शराब घोटाले मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मार्च के आखिरी हफ्तों में गिरफ्तार कर लिया था। शुरुआत में ईडी की कस्टडी में रहने के बाद केजरीवाल को तिहाड़ जेल भेज दिया गया।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव में प्रचार के चलते केजरीवाल को एक जून तक के लिए राहत दी है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल को कोर्ट से अंतरिम जमानत मिली है। हालांकि, दो जून को वापस जेल जाना होगा। अमित शाह ने इसी फैसले पर टिप्पणी की है और कहा है कि यह कोई रूटीन जजमेंट नहीं है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अमित शाह ने केजरीवाल के उन दावों पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें दिल्ली के सीएम ने कहा था कि 75 साल की उम्र पूरी होने के बाद नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे। अमित शाह ने कहा, ”पीएम मोदी 2029 तक रहेंगे (प्रधानमंत्री) और अरविंद केजरीवाल आपके लिए मेरे पास एक बुरी खबर है। 2029 के बाद भी पीएम मोदी हमारा नेतृत्व करते रहेंगे।”
वहीं विपक्ष के दक्षिण में बीजेपी साफ और उत्तर में हाफ के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “मैं अपने बयान पर कायम हूं। कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु- इन 5 राज्यों की सीटें मिलाकर बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। इसके अलावा, एनडीए के ‘400 पार’ नारे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कहना है कि अगर हमारा लक्ष्य आरक्षण हटाना होता, तो हमारे पास 10 साल के लिए बहुमत था, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। जहां तक मुसलमानों को आरक्षण देने की बात है तो मेरी अब भी राय है कि इस देश में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए, यह संविधान की योजना नहीं है। बीजेपी धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देगी।
बंगाल में बीजेपी जीतेगी 24-30 सीटें: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अहम दावा करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी 24-30 सीटें जीतने जा रही है। उन्होंने कहा, ”ममता बनर्जी ने एक मॉडस ऑपरेंडी विकसित की है। पहले जुल्म करो, एक बार लोग इस बारे में बात करें तो उसे छुपाने के लिए दोबारा जुल्म करो। सन्देशखाली इसका उत्कृष्ट उदाहरण है। एक महिला सीएम की नाक के नीचे धर्म के हिसाब से महिलाओं पर अत्याचार होते हैं…वह चुप हैं? हाई कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा, फिर भी कोई जांच नहीं हुई (पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा) और फिर मामला सीबीआई के गया। उन्हें शर्म आनी चाहिए।” अमित शाह ने आगे कहा कि पूरे घमंडिया गठबंधन (इंडिया गठबंधन) ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार किया। मेरा स्पष्ट आरोप है कि उन्होंने अपने अल्पसंख्यक वोट बैंक के डर से ऐसा किया। ईद पर आपको मुस्लिम भाइयों के साथ ईद मनाने से कोई समस्या नहीं है, भले ही आप मुस्लिम नहीं हैं, लेकिन हिंदू होते हुए भी आप राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होंगे क्योंकि आपका मुस्लिम वोट बैंक नाराज हो जाएगा…यह कैसी राजनीति है?