जिम जाने से पहले इन लोगों को नहीं पीनी चाहिए ब्लैक कॉफी, सेहत को होंगे ये नुकसान

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सुबह उठते ही एक कप कॉफी पीने से ना सिर्फ आपकी नींद गायब होती है बल्कि आपको दिनभर फ्रेश बने रहने के लिए एनर्जी भी मिल जाती है। सेहत के लिए ब्लैक कॉफी के फायदों को देखते हुए कई लोग वर्कआउट से पहले कॉफी जरूर पीते हैं। ब्लैक कॉफी उनके लिए एक लोकप्रिय प्री वर्कआउट सप्लीमेंट बन गई है। दरअसल, कॉफी में कैफीन पाई जाती है, जो शरीर की एनर्जी बढ़ाने का काम करती है। जिससे वर्कआउट की परफार्मेंस बेहतर होती है। इसे प्री-वर्कआउट सप्लीमेंट के रूप में लेने से फैट और कैलोरी और बेहतर तरीके से बर्न होती है। कॉफी में मौजूद कैफीन मसल पेन को भी कम करने में भी मदद करता है। इसके अलावा कॉफी में मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड वेट लॉस की प्रक्रिया को तेज करके शरीर में ग्लूकोज के उत्पादन को धीमा करने में मदद करता है।

वर्कआउट के लिए ब्लैक कॉफी के इतने फायदे होने के बावजूद हर कोई इसका सेवन नहीं कर सकता है। अगर कॉफी का सेवन बिना सोचे समझे किया जाए तो यह फिजिकल हेल्थ के साथ-साथ आपकी मेंटल हेल्थ को भी बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। आइए जानते हैं आखिर वर्कआउट से पहले किन लोगों को भूलकर भी नहीं पीनी चाहिए ब्लैक कॉफी।

वर्कआउट से पहले इन लोगों को नहीं पीनी चाहिए कॉफी-

एसिड रिफ्लक्स की समस्या-

अगर आपको पहले से ही एसिड रिफ्लक्स की समस्या रहती है तो वर्कआउट से पहले ब्लैक कॉफी पीने की गलती ना करें। ब्लैक कॉफी एसोफैजियल स्फिंक्टर को आराम देता है, जो एसिड रिफ्लक्स का एक आम कारण है। कॉफी में मौजूद कैफीन पेट को अधिक एसिड बनाने के लिए उत्तेजित कर सकता है। ऐसे लोग अगर वर्कआउट से पहले कॉफी पीते हैं तो उन्हें सीने में जलन, उल्टी और बेचैनी आदि की शिकायत हो सकती है।

दिल से जुड़ी समस्या-

अगर आपको दिल से जुड़ी कोई समस्या है तो अपने प्री-वर्कआउट रूटिन से ब्लैक कॉफी को हटा दीजिए। दरअसल, कैफीन ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट में अस्थायी वृद्धि का कारण बन सकता है। हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट के रोगी अगर वर्कआउट के दौरान ब्लैक कॉफी का सेवन करते हैं तो उन्हें दिल की धड़कन बढ़ना, बीपी की शिकायत से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं।

अनिद्रा की समस्या-

अगर आप पहले से ही रात को अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं तो शाम के प्री-वर्कआउट में ब्लैक कॉफी का सेवन बिल्कुल ना करें। कैफीन लंबे समय तक आपके शरीर में रहता है, जिससे नींद के पैटर्न में बाधा आ सकती है और व्यक्ति अच्छी तरह सो नहीं पाता है। अच्छी नींद नहीं लेने से व्यक्ति की ओवर ऑल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है।

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