– इस सप्ताह मनाएं भैरव जयंती और गुरु पुष्य नक्षत्र का पर्व

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इस वीक भैरव जयंती है और 21 नवंबर को गुरु पुष्य नक्षत्र भी बन रहा है। 19 नवंबर से 25 नवंबर 2024 तक के व्रत और त्योहार। गुरुवार को साल का आखिरी गुरु पुष्‍य योग बन रहा है। 21 नवंबर को पूरे दिन गुरु पुष्‍य योग का शुभ संयोग बन रहा है। इस दिन खरीददारी का उत्तम योग है। कहते हैं कि इस दिन सोना आदि में निवेश करना बहुत शुभ माना जाता है। इस वीक कई दिन गंडमूल भी लग रहा है।

19 नवंबर (मंगलवार) मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्थी तिथि सायं 05.29 मिनट तक ।

20 नवंबर (बुधवार) मार्गशीर्ष कृष्ण पंचमी तिथि सायं 04.50 मिनट तक।

21 नवंबर (गुरुवार) मार्गशीर्ष कृष्ण षष्ठी तिथि सायं 05.04 मिनट तक। भद्रा सायं 05.04 मिनट से रात्रि 05.36 मिनट (सूर्योदय पूर्व) तक। गंडमूल अपराह्न 03.36 मिनट से। गुरुपुष्य योग।

22 नवंबर (शुक्रवार) मार्गशीर्ष कृष्ण सप्तमी तिथि सायं 06.08 मिनट तक। शक मार्गशीर्ष प्रारंभ। गंडमूल विचार।

23 नवंबर (शनिवार) मार्गशीर्ष कृष्ण अष्टमी तिथि सायं 07.58 मिनट तक। श्री कालभैरवाष्टमी। भैरव जयंती। गंडमूल सायं 07.27 मिनट तक।

24 नवंबर (रविवार) मार्गशीर्ष कृष्ण नवमी तिथि रात्रि 10.20 मिनट तक।

25 नवंबर (सोमवार) मार्गशीर्ष कृष्ण दशमी तिथि रात्रि 01.02 मिनट तक। भद्रा प्रात 11.41 मिनट से रात्रि 01.02 मिनट तक।

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