बदनावर (धार), केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज मध्यप्रदेश को हजारों करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं की सौगात देते हुए विश्वास जताया कि अगले दो साल में राज्य का राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क अमेरिका से भी अच्छा होगा।
श्री गडकरी धार जिले के बदनावर के खेड़ा गांव में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर, राज्य सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
समारोह को संबोधित करते हुए श्री गडकरी ने कहा कि किसी भी देश के विकास में चार चीजें अहम हैं, पानी, ऊर्जा, परिवहन सेवाएं और संचार। इनसे रोजगार बढ़ते हैं। डॉ मोहन यादव के हाथों में मध्यप्रदेश को सुखी बनाने का मिशन है।
इसके साथ ही उन्होंने राज्य से जुड़ीं बहुत सी सड़क परियोजनाओं का संदर्भ देते हुए कहा कि अगले दो साल में मध्यप्रदेश का नेशनल हाईवे रोड नेटवर्क अमेरिका से भी अच्छा बनेगा, इस बात का वे राज्य को विश्वास दिलाना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि वे जो घोषणा करते हैं, वो हवा में नहीं जाती। जो बात वे करेंगे, उसे पूरा करेंगे।
श्री गडकरी ने कहा कि आने वाले समय में ‘स्मार्ट विलेज’ की परिकल्पना को साकार करना है, जिससे किसान धनवान बनें, हर गांव में सड़क बनें। गांवों में रोजगार मिलें। सुविधा मिलें। उन्होंने कहा कि वे वेस्ट बायोमास से डामर बना रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार से अनुरोध किया कि मध्यप्रदेश में इसकी पहल कीजिए। इससे उत्पाद के तौर पर लिग्नल निकलता है। आइल कंपनियां जैसे इथेनॉल खरीदती हैं, वैसे अब इसे खरीदेंगी, इससे किसान समृद्ध होगा। इस तरह किसान अब ईंधन दाता बनेगा। उन्होंने कहा कि देश में अब पराली से ईंधन बन रहा है।
श्री गडकरी ने डॉ यादव से अनुरोध किया कि जल जंगल जमीन और जानवर पर आधारित तकनीक का उपयोग करके नये हिंदुस्तान के निर्माण में सहयोग करें।
इसी क्रम में उन्होंने कई सड़क परियोजनाओं की भी बात की, जिसमें इंदौर से हैदराबाद एक्सप्रेस हाईवे (लगभग 650 किलोमीटर) प्रमुख है। उन्होंने दावा किया कि ये मार्च 2026 मेें पूरा होगा। ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी पर नया आइकॉनिक ब्रिज बनाने का भी उन्होंने उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग मध्यप्रदेश से होकर गुजरेगा। उज्जैन में रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक रोप वे बनेगा।
समारोह में लगभग 3500 करोड़ रुपए की लागत के 218 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना का लोकार्पण और 2330 करोड़ रुपए की लागत की 110 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना का भूमिपूजन किया गया।
