फिल्म ‘हमारे बारह’ लंबे चले विवाद के बाद अब रिलीज के लिए तैयार है। यह फिल्म 21 जून को थिएटर्स में लगेगी। बॉम्बे हाई कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई के बाद यह मंजूरी दी है। फिल्म निर्माताओं ने अदालत से वादा किया कि वे आपत्तिजनक सीन्स को हटा देंगे। इसके बाद ही अदालत ने कहा कि अब फिल्म को रिलीज कर सकते हैं। अदालत ने यह आदेश उस अर्जी पर सुनवाई पूरी करते हुए दिया है, जिसमें मांग की गई थी कि इस फिल्म को बैन किया जाए। याचिका में कहा गया था कि यह फिल्म मुसलमानों और इस्लाम को गलत ढंग से दिखाती है।
इसके अलावा फिल्म में कुरान में लिखी बातों को भी गलत ढंग से पेश करने का आरोप था। इस पर फिल्म निर्माताओं ने हाई कोर्ट से वादा किया है कि जिन चीजों को गलत माना जा रहा है, उन्हें हम डिलीट कर देंगे। जस्टिस बीपी कोलाबावाला और जस्टिस फिरदौस पूनीवाला की बेंच में सुनवाई के दौरान दोनों पक्ष कुछ सुझावों पर राजी हो गए। इनमें से एक बात यह थी कि कुछ संवादों को हटा लिया जाए, जिन पर आपत्ति है। इसके अलावा कुरान की आयतों का जहां जिक्र था, उसे भी फिल्म से हटाया जाए। इसके अलावा फिल्म में 12 सेकेंड के दो डिस्क्लेमर भी दिखाने का फैसला हुआ है।
फिल्ममेकर्स को आपत्ति जताने वाली अर्जी पर आए 5 लाख रुपये के खर्च को भी उठाना होगा। यह रकम चैरिटी में दी जाएगी। इसके अलावा सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन की ओर से 20 जनवरी को फिर से सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। इससे पहले मंगलवार को बेंच ने कहा था कि इस फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है, जिसके चलते इस पर रोक लगाई जाए। इस फिल्म में लीड रोल में अन्नू कपूर हैं। यही नहीं हाई कोर्ट बेंच का कहना था कि ‘हमारे बारह’ फिल्म महिला सशक्तीकरण की बात करती है। बेंच ने कहा कि यह फिल्म ऐसी है, जिसे तार्किक ढंग से देखा और समझा जाना चाहिए। भारत की जनता पर्याप्त समझदार है।
HC ने पहले क्यों लगाई थी फिल्म ‘हमारे बारह’ की रिलीज पर रोक
इससे पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने ‘हमारे बारह’ की रिलीज पर रोक लगा दी थी। हालांकि बाद में मंजूरी भी दे दी थी, लेकिन मामला जब सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो फिर से अंतरिम रोक लग गई थी। शीर्ष अदालत का कहना था कि इस मामले में हाई कोर्ट में सुनवाई चल रही है और उसके पूरे होने तक फिल्म को रिलीज न किया जाए। अब हाई कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर ली है और फिल्म की रिलीज को मंजूरी भी दे दी है।