नयी दिल्ली, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को कहा कि दिल्ली की तरह ही पड़ोसी राज्यों में भी पटाखों पर पूरी तरह से पाबंदी हो ताकि इससे होने वाले प्रदूषण को रोका जा सके।
श्री गोपाल राय ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केन्द्र और राज्य की कृषि मंत्रियों की संयुक्त बैठक में पराली जलाने के मामलों को कम करने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया की इस वर्ष दिल्ली सरकार पांच हजार एकड़ से ज्यादा खेतों में निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव करा रही है। साथ ही, पराली जलाने की घटनाओं के खिलाफ कड़ी निगरानी रखने और निरीक्षण के लिए 11 टीमें तैनात की गई हैं। किसानों को धान की फसल के अवशेष न जलाने के लिए ,जागरूकता अभियान के तहत गांवों में 25 किसान जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
उन्होंने इस साल की बैठक में देरी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा,“ पिछले साल अगस्त में इसी तरह की बैठक हुई थी, जिससे हमें रणनीति बनाने के लिए अधिक समय मिला था। इस साल की बैठक अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में हुई। अगर यह तीन महीने पहले आयोजित की गई होती तो हम प्रदूषण की समस्या से अधिक प्रभावी ढंग से निपट सकते थे।”
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली के अंदर पटाखों के उत्पादन, भण्डारण और किसी भी प्रकार की बिक्री या खरीद पर पूरी तरह प्रतिबन्ध है। यह प्रतिबन्ध पटाखों के ऑनलाइन डिलीवरी पर भी लागू है। दिल्ली की तरह ही एनसीआर राज्यों में भी पटाखों पर पूरी तरह से पाबंदी हो ताकि इससे होने वाले प्रदूषण को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि हालांकि पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है, लेकिन दिवाली के बाद का समय महत्वपूर्ण होगा। श्री राय ने केंद्र और राज्य से आग्रह किया कि वे आने वाले दिनों में अधिक से अधिक प्रयास करें, ताकि सर्दियां आने से पहले प्रदूषण के स्तर पर अंकुश लगाया जा सके, क्योंकि सर्दियों में हवा की गुणवत्ता, स्थिर हवा और ठंडे तापमान के कारण खराब हो जाती है।