अडानी समूह को, जिस बात का डर था, वहीं हुआ है। अडानी समूह के लिए सोमवार का दिन एक बार फिर से काला साबित हुआ है। अडानी समूह और SEBI चीफ माधबी पुरी बुच पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद सोमवार को बाजार खुलते ही अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। शुरुआती सेशन में अडानी समूह के शेयर 17 फीसदी तक के नुकसान में कारोबार कर रहे हैं। हालांकि कारोबार बढ़ते ही उसने शानदार रिकवरी किया है। अभी
अडानी ग्रुप के Stock Market में लिस्टेड सभी शेयरों में भले ही सोमवार को गिरावट देखने को मिल रही है, लेकिन ये उस तरह की नजर नहीं आ रही है, जैसी कि बीते साल 24 जनवरी 2023 को Hindenburg की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद देखने को मिली थी। इसे देखकर ये कहा जा सकता है कि बाजार पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट कोई बड़ा असर नहीं डाल पाई है।
इधर Hindenburg की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार (Share Market) ने गिरावट के साथ लाल निशान पर कारोबार शुरू किया। सुबह 9:15 बजे पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 375 अंकों के नुकसान के साथ 79,330 के लेवल पर खुला, तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 47 अंक फिसलकर 24,320 के लेवल पर खुला। इस बीच शुरुआती कारोबार में Adani Group के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। Adani Enterprises Share तो बाजार खुलने का साथ ही 17 फीसदी से ज्यादा टूट गया।
सबसे ज्यादा लुढ़का अडानी का ये शेयर
सुबह 9:15 बजे बाजार खुलते ही अडानी समूह के सारे शेयर लुढ़क गए। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने तो बीएसई पर करीब 17 फीसदी के नुकसान के साथ शुरुआत की। हालांकि कारोबार बढ़ते ही उसने शानदार रिकवरी दिखाई, लेकिन उसके बाद भी शेयर लाल निशान में ही है। 9 बजकर 30 मिनट पर यह शेयर बीएसई पर 2.59 फीसदी के नुकसान के साथ 1,075.45 रुपये पर कारोबार कर रहा था।