पुलिस कस्टडी में 15 अप्रैल की रात में गोलियों से भूने गए माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में उसकी बहन आयशा नूरी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. अतीक और अशरफ की बहन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. आयशा नूरी ने आरोप लगाया है कि अतीक और अशरफ की हत्या में सरकार का हाथ है.
उन्होंने कथित तौर पर एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश या एक स्वतंत्र एजेंसी की अध्यक्षता में व्यापक जांच की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. इसके साथ ही आयशा नूरी ने अपने भतीजे और अतीक अहमद के बेटे की मुठभेड़ में हत्या की भी जांच की मांग की. अतीक की बहन आयशा नूरी ने अधिवक्ता के जरिए से सु्प्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. याचिका में आयशा नूरी ने अपने दोनों भाई के कत्ल को कस्टडी में और एक्स्ट्रा जूडिशियल किलिंग करार दिया. याचिका में कहा है कि उच्चस्तरीय सरकारी एजेंटों के जरिए घटना की योजना बनाई गई. उन्होंने उसके परिवार के सदस्यों को मारने के लिए प्लान बनाया. पुलिस अफसरों को उत्तर प्रदेश सरकार का पूरा समर्थन मिला है.
बता दें कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात को प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल के बाहर पुलिस हिरासत में तीन हमलावरों ने गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी. अतीक और अशरफ पर हमला करने वाले तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर वहां पहुंचे थे. हत्याकांड के तीनों आरोपियों को पुलिस ने घटना स्थल से ही पकड़ लिया था. तीनों शूटरों की पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह के रूप में हुई थी. तीनों कातिल जेल में बंद हैं.