जिस तरह से एरोबिक्स एक्सरसाइज करने से हार्ट की हेल्थ दुरुस्त रहती है। उसी तरह से ब्रीदिंग एक्सरसाइज फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद करती है। जिन लोगों का फेफड़ा खराब हो चुका है, भले ही उसे एक्सरसाइज से ठीक नहीं किया जा सकता। लेकिन ब्रीदिंग टेक्नीक फेफड़ों को खराब होने से बचाने में मदद करती है। हर साल 25 सितंबर को वर्ल्ड लंग डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों में फेफड़ों में होने वाली बीमारियों और इससे होने वाले नुकसान से बचाना है। खराब फेफड़े केवल सांस लेने में दिक्कत पैदा नहीं करते बल्कि इससे दूसरे हेल्थ इश्यू भी होने लगते हैं। तो चलिए जानें कौन सी एक्सरसाइज फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए की जाती है।
किन लोगों के लिए लंग्स की एक्सरसाइज बेहद जरूरी है।
-जिन लोगों के अस्थमा की शिकातय है, उन्हें लंग्स की एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए।
-इसके साथ ही सांस फूलने की समस्या और सीओपीडी की समस्या में लंग्स एक्सरसाइज जरूरी होती है।
-ब्रिटिश लंग फाउंडेशन के मुताबिक जिन लोगों को निमोनिया की शिकायत हो जाती है। उन्हें निमोनिया के बाद फेफड़ों में जमा बलगम को निकालने के लिए डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए। इससे फेफड़ों में तेजी से हवा पहुंचने में मदद मिलती है।
-ब्रीदिंग एक्सरसाइज को 5-10 बार करने के बाद तेजी से खांसना चाहिए। ऐसा करने से फेफड़ों में जमा म्यूकस बाहर आ जाता है।
करें ये ब्रीदिंग एक्सरसाइज
लिप ब्रीदिंग
लिप ब्रीदिंग एक्सरसाइज फेफड़ों को मजबूत बनाने की कारगर एक्सरसाइज है। जिन लोगों को अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज की समस्या है। फेफड़ों में सूजन रहती है। सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है। उन्हें ये ब्रीदिंग टेक्नीक जरूर करनी चाहिए। ये हार्ट हेल्थ को भी सुधार करती है। लिप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने के लिए इन स्टेप को फॉलो करें।
-सबसे पहले किसी एक स्थान पर बैठ जाएं और शरीर को रिलैक्स करें।
-अब गहरी सांस अंदर की तरफ लें। ध्यान रहे कि ये सांस पूरी तरह से नाक के माध्यम से लेनी है।
-इसके बाद होठों को ओ आकार में बनाएं। जैसे कि पाउट बनाया जाता है।
-फिर धीरे-धीरे सांस को होंठ के माध्यम से बाहर छोड़े।
-ध्यान रहे कि जितना समय सांस लेने में लगा है। उसका दोगुना समय सांस को छोड़ने में लगना चाहिए।
बेली ब्रीदिंग
बेली ब्रीदिंग एक्सरसाइज फेफड़ों के काम करने की क्षमता को सुधारती है। मतलब इस एक्सरसाइज को करने से फेफड़े तेजी से सिकुड़ते और फैलते हैं और सांस लेने की क्रिया पूरी होती है। बेली ब्रीदिंग की मदद से डायफ्राम की मसल्स को मजबूत बनाया जाता है। बेली ब्रीदिंग करने के लिए इन स्टेप को फॉलो करें।
-सबसे पहले किसी एक स्थान पर बैठ जाएं।
-हाथों को हल्के अंदाज में पेट पर रखें।
-नाक के सहारे सांस लें और महसूस करें कि पेट कितना फूल रहा है।
-अब मुंह के सहारे सांस को बाहर छोड़ दें।
-अगली बार नाक से सांस लेते समय ध्यान रहे कि पेट पिछली बार की तुलना में ज्यादा फूला हो।
-फिर सांस छोड़े। ध्यान रहे कि सांस छोड़ने का समय सांस लेने से ज्यादा होना चाहिए।
-एक्सरसाइज के बाद कंधों को थोड़ा सा उचकाकर मूव करें। जिससे कि शरीर में तनाव ना पैदा हो।
इन एक्सरसाइज से मजबूत होंगे फेफड़े
इन दो एक्सरसाइज को रोजाना मात्र 5-6 मिनट करने से फेफड़ों को मजबूती मिलती है। और सांस फूलने जैसी समस्या हल होती है।
फेफड़ों की सेहत इंप्रूव करने के लिए करें ये काम
फेफड़ों की सेहत को सही रखने के लिए ये 3 काम जरूर करें।
-स्मोकिंग से दूर रहें, स्मोक के धुएं से भी दूर रहने की कोशिश करें।
-ढेर सारा पानी पिएं, ये बाकी बॉडी की तरह फेफड़े की सेहत के लिए भी फायदेमंद है।
-फिजिकल एक्टीविटी फेफडों की हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है।