आपने सड़क किनारे अकसर पीले रंग के कनेर के फूल लगे हुए देखे होंगे। कनेर का फूल ना सिर्फ देखने में बेहद खूबसूरत होता है बल्कि इसके कई ज्योतिषीय और आयुर्वेदिक फायदे भी बताए जाते हैं। हिंदू धर्मग्रंथों में कनेर का फूल भगवान शिव और विष्णु को प्रिय माना गया है तो आयुर्वेद में इसे औषधि के रूप में जाना जाता है। कनेर के फूल को आयुर्वेद में पीत करवीर या दिव्य-फूल के रूप में जाना जाता हैं। जिसका उपयोग फोड़े फुंसियों, पीरियड्स का दर्द, पाइल्स जैसी सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। आइए जानते हैं सेहत से जुड़े कनेर के फूल के 5 गजब के फायदे।
कनेर के फूल के फायदे
कब्ज की समस्या
खान पान की खराब आदतें और सुस्त जीवनशैली अकसर कब्ज की समस्या को जन्म देती है। अगर आपको भी कब्ज की समस्या बनी रहती है तो कनेर का फूल आपकी समस्या को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। कब्ज से राहत पाने के लिए पीले कनेर के पत्तों और छाल का काढ़ा बनाकर पीने से कब्ज में आराम मिलता है।
त्वचा संबंधी समस्याएं
जिन लोगों को त्वचा पर मस्से,फोड़े-फुंसी या दाग धब्बों की समस्या है वे पीले कनेर की छाल से बना पेस्ट त्वचा का पर लगा सकते हैं। बता दें, इस पेस्ट को चेहरे पर लगाने से मस्से या दाग धब्बों के साथ दाद की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है। चेहरे पर नजर आने वाले फोड़े-फुंसी को ठीक करने के लिए आप एक चम्मच हल्दी में 10 ग्राम फिटकरी और मलाई में कनेर के फूल डालकर पेस्ट तैयार कर लें। इसके बाद इस पेस्ट को चेहरे के दानों पर लगाएं। इस उपाय को करने से फोड़े-फुंसी की समस्या से निजात मिल सकती है।
जोड़ों के दर्द में आराम
कई लोगों को अकसर सर्दियों में जोड़ों में दर्द बना रहता है। ऐसे में इस समस्या से राहत दिलाने में कनेर की पत्तियां लाभकारी हो सकती हैं। आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, कनेर की पत्तियों को पीस कर उन्हें जैतून के तेल में मिलाकर जोड़ों पर मालिश करने से काफी हद तक जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
पीरियड पेन में राहत
मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द और बेचैनी से राहत दिलाने में भी पीले कनेर के फूल से बना काढ़ा मदद कर सकता है। इस उपाय को करने के लिए आप कनेर के ताजा फूलों से बना काढ़ा यूज कर सकते हैं।
पाइल्स
पाइल्स की समस्या से निजात दिलाने में भी कनेर के फूल मदद कर सकते हैं। इस उपाय को करने के लिए कनेर के पत्तों और नीम के पत्तों को एक साथ पीसकर उसका पेस्ट तैयार कर लें। इसके बाद इस पेस्ट को बवासीर के मस्सों पर रोजाना दिन में तीन बार लगाएं। इस उपाय से आपको राहत मिल सकती है।
सलाह
पीले कनेर का सेवन करने से पहले इसकी सही मात्रा का पता होना आवश्यक है। किसी भी समस्या से निजात पाने के लिए ली गई इसकी अधिक मात्रा व्यक्ति में उल्टी, डायरिया, सिर में दर्द, पेट में दर्द, दिल की समस्या, कमजोरी जैसे लक्षण पैदा कर सकती है। ऐसे में इसे अपनी डाइट में जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
