केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि जो कोई भी जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देगा, उसका हश्र संसद पर हमले के दोषी मोहम्मद अफजल गुरु जैसा होगा, जिसे नयी दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी पर लटका दिया गया था।
समाचार एजेंसी ‘कश्मीर न्यूज ऑब्जर्वर’ (केएनओ) ने बताया कि श्री शाह ने उधमपुर जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला पर यह दावा करने के लिए निशाना साधा कि अफजल गुरु को फांसी नहीं दी जानी चाहिए थी। श्रीर शाह ने कहा, “फिर क्या बिरयानी खिलानी थी उसको। जो लोग आतंकवाद को बढ़ावा देंगे, उनका हश्र अफजल गुरु जैसा ही होगा।”
उन्होंने विपक्ष के नेता राहुल गांधी की ओर से अनुच्छेद 370 की बहाली का दावा किये जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा, “मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि राहुल की आने वाली पीढ़ियां भी अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं कर पाएंगी। यह पहली बार है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव अनुच्छेद 370 और अलग झंडे के बिना हो रहे हैं। दो संविधानों की संस्कृति का अंत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुनिश्चित किया है।”
गृह मंत्री ने कहा, “ नेकां और राहुल बाबा द्वारा अनुच्छेद 370 की बहाली के बारे में दावे किए जा रहे हैं, लेकिन राहुल की कई पीढ़ियों में इन प्रावधानों को फिर से लागू करने की ताकत नहीं है।”
उन्होंने कहा,“ पिछले 40 वर्षों के दौरान कांग्रेस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेकां ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया, जिसके कारण 40 हजार लोग मारे गए और 3000 दिन कर्फ्यू भी लगा, इसके अलावा हर दिन हमले, बम धमाके होते रहें। हालांकि, जब से श्री मोदी ने सत्ता संभाली है, पथराव और गोलीबारी बंद हो गयी हैं। तीनों पार्टियां जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को फिर से जीवित करना चाहती हैं, लेकिन मैं उमर अब्दुल्ला को बताना चाहता हूं कि आप जो भी चाहें, कश्मीर की धरती से आतंकवाद को हमेशा के लिए खत्म कर दिया जायेगा। केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार होने के कारण किसी में भी जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को फिर से जिंदा करने की ताकत नहीं है।”
श्री शाह ने कहा, “मैंने राहुल और उमर को दावा करते सुना कि वे राज्य का दर्जा लाएंगे, लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद, मैंने जम्मू-कश्मीर में चुनावों के तुरंत बाद राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि इसे बहाल किया जायेगा। संसद के जरिये ही राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा और वहां प्रधानमंत्री मोदी का शासन है।” उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस मिलेगा, लेकिन केवल श्री मोदी ही इसे बहाल कर सकते हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि 70-75 साल के शासन के दौरान तीन परिवार यहां ऐसी स्थिति ले आये, जिसके कारण सिनेमाघर बंद हो गए। उन्होंने कहा, “मैं डॉ. फारूक अब्दुल्ला से पूछना चाहता हूं कि जब 40 हजार लोग मारे गए थे, तब वह कहां थे? यह उनके कार्यकाल के दौरान था, जब जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पैर फैला रहा था। आप लंदन में छुट्टियां मना रहे थे। आप कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन आतंकवाद कभी पुनर्जीवित नहीं होगा।”
उधमपुर में विकास का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यहां दिल्ली और गुजरात जैसी सड़कें बनी हैं, जो श्री मोदी के शासन का नतीजा है। इसके अलावा, वाणिज्यिक केंद्र लाल चौक की स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह स्थान अब सभी के लिए सुलभ है, यहां तिरंगा फहराया जा रहा है और मुहर्रम मनाया जा रहा है। गोलीबारी का अंत करके गणपति और जन्माष्टमी मनायी जा रही है।