यूको बैंक से जुड़े 820 करोड़ रुपये के आईएमपीएस घोटाला मामले में सीबीआई ने बुधवार को राजस्थान और महाराष्ट्र में छापेमारी की. ये छापेमारी इन दोनों राज्यों के सात शहरों में 67 जगहों पर की गई है. इन शहरों में जोधपुर, जयपुर, जालौर, नागौर, बाड़मेर और पुणे शामिल हैं.
छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी ने 130 दस्तावेज, 40 मोबाइल, 2 हार्ड डिस्क और एक इंटरनेट डोंगल जब्त किया है. केंद्रीय एजेंसी पिछले साल 10 नवंबर से 13 नवंबर के बीच यूको बैंक में हुए 8,53,049 आईएमपीएस (तत्काल भुगतान प्रणाली) लेनदेन की जांच कर रही है.
एजेंसी इन सभी चीजों की फॉरेंसिक जांच कराएगी. इस दौरान सीबीआई ने मौके पर तीस संदिग्धों से भी पूछताछ की. सीबीआई अधिकारियों ने 330 पुलिस कर्मियों की मदद से तलाशी ली. तलाशी के लिए कर्मियों को 40 टीमों में बांटा गया था. इस मामले में दिसंबर 2023 में भी सीबीआई ने कोलकाता और मैंगलोर में 13 ठिकानों पर छापेमारी की थी.
41,000 से ज्यादा खातों में गलत तरीके से पैसे किए ट्रांसफर
सीबीआई प्रवक्ता ने कहा- सात निजी बैंकों के लगभग 14,600 खाताधारकों के आईएमपीएस आवक लेनदेन को गलत तरीके से यूको बैंक के 41,000 से अधिक खाताधारकों के खातों में पोस्ट कर दिया गया. इसके चलते मूल बैंक से कटौती किए बिना यूको बैंक के खातों में 820 करोड़ रुपये जमा हो गए. इस मामले में यूको बैंक की ओर से नवंबर 2023 में शिकायत दर्ज कराई गई थी.
अधिकारी ने कहा कि राजस्थान और महाराष्ट्र में तलाशी उन लोगों पर केंद्रित है, जिन्होंने पैसे प्राप्त किए और बैंक को वापस करने के बजाय इसे वापस ले लिया. सीबीआई ने कहा कि इन खाताधारकों ने अलग-अलग लेनदेन चैनलों के माध्यम से पैसे निकाले.
इससे पहले बैंक ने 1.53 करोड़ रुपये की अनियमितता का आरोप लगाया था. इसके बाद बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज एनएसई और बीएसई को सूचित किया कि बैंक में तकनीकी खराबी के कारण यह गड़बड़ी हुई है. 16 नवंबर को एनएसई और बीएसई को लिखे पत्र में बैंक ने कहा था कि अकाउंट को ब्लॉक कर 820 करोड़ रुपये में से 649 करोड़ रुपये वसूल कर लिए गए हैं.