साल के पहले ही दिन जापान में आए भीषण भूकंप के झटकों से वहां की धरती कांप उठी है। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.6 बताई जा रही है। मध्य जापान और उसके पश्चिमी तट पर आए शक्तिशाली भूकंप की वजह से सुनामी आई है, जिससे लोग दहशत में हैं। इस घटना के बाद वहां के निवासियों ने घरों को तुरंत खाली कर दिया। हजारों घरों की बिजली गुल हो गई और प्रभावित क्षेत्र के लिए उड़ानें और रेल सेवाएं रोक दी गई हैं। भूकंप की दहशत के बाद लोग सड़कों पर नजर आ रहे हैं।
घरों से बाहर आए लोग
जापान की पब्लिक मीडिया एनएचके ने बताया कि 7.6 की प्रारंभिक तीव्रता वाले भूकंप के कारण जापान सागर तट के कुछ हिस्सों में लगभग 1 मीटर तक ऊंची लहरें उठीं। बताया जा रहा है कि इससे भी बड़ी लहर उठने की आशंका है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने इशिकावा, निगाटा और टोयामा के तटीय क्षेत्रों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है। रूस ने भी अपने सुदूर पूर्वी शहरों व्लादिवोस्तोक और नखोदका में सुनामी की चेतावनी जारी की है।
जापानी पीएम ने किया लोगों को आगाह
प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि अधिकारी अभी भी नुकसान की सीमा का आकलन कर रहे हैं। उन्होंने जापान के लोगों को भूकंप के झटकों और सुनामी से सावधान रहने की हिदायत दी। किशिदा ने कहा, “निवासियों को आगे संभावित भूकंपों के लिए सतर्क रहने की जरूरत है और मैं उन क्षेत्रों के लोगों से आग्रह करता हूं जहां सुनामी आने की आशंका है, वे जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचें।”
टोक्यो में भी हिली इमारतें
एनएचके द्वारा प्रसारित फुटेज में तटीय शहर सुजु में धूल के गुबार में एक इमारत ढहती हुई दिखाई दे रही है और कानाजावा शहर के निवासी मेजों के नीचे दुबके हुए हैं। भूकंप से विपरीत तट पर स्थित राजधानी टोक्यो की इमारतें भी हिल गईं। रॉयटर्स की रिपोर्ट की मानें तो इशिकावा और टोयामा प्रांतों में 36,000 से अधिक घरों में बिजली गुल हो गई है। इशिकावा के लिए हाई स्पीड रेल सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। इसके अलावा फोन और इंटरनेट सेवा के बाधित होने की सूचना है।