160 रुपये किलो हुईं टमाटर की कीमतें, दूसरी सब्जियों ने भी बिगड़ा बजट, कब कम होंगे दाम?

मुख्य समाचार राष्ट्रीय व्यापार जगत

बारिश के सीजन में सब्जियों की कीमतें आसमान पर पहुंच गई है। खास तौर पर टमाटर की कीमतों ने घर का बजट ही बिगाड़ दिया है। आलम यह है कि देश के कई हिस्सों में टमाटर 120 से 160 रुपए किलो तक में बिक रहा है। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में टमाटर की कीमतें 160 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। रायसेन जिला राज्य का सबसे बड़ा सब्जी उत्पादक है। एमपी के अलावा दिल्ली, रायपुर, पटना और कानपुर या लखनऊ सभी जगहों पर टमाटर आम आदमी की पहुंच से दूर है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ ही यूपी के प्रयागराज, लखनऊ में टमाटर की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो के करीब हैं। वहीं गोरखपुर में भी भाव 160 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।

टमाटर की कीमतें 160 रुपये तक पहुंचने के बारे में पूछे जाने पर एमपी में रायसेन जिले के कलेक्टर अरविंद दुबे ने बारिश को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि टमाटर की उच्च मांग और कम आपूर्ति के कारण टमाटर की कीमतें बढ़ गई हैं। देशभर में टमाटर की कीमतें ऊंची हैं। रायसेन भी इसका अपवाद नहीं है। किसानों ने टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए बिचौलियों को जिम्मेदार ठहराया है।

रायसेन जिले के किसान गणपत सिंह कुशवाह, सीताराम कुर्मी और मनोज पटेल ने दावा किया कि बिचौलिए उनकी उपज 20 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से खरीदते हैं और थोक विक्रेताओं को ऊंची कीमत पर बेचते हैं। वहीं दुकानदारों का कहना है कि आवक कम होने के कारण ऐसे हालात बने हैं। सब्जी मंडी के थोक व्यापारियों का कहना है कि रायसेन का क्षेत्र टमाटर उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है लेकिन बारिश से फसलें तैयार नहीं हैं। आलम यह कि भोपाल मंडी में भी टमाटर कर्नाटक से आ रहा है।

ऐसा नहीं है कि केवल टमाटर की कीमतें ही बढ़ी हैं। दूसरी सब्जियों की कीमतों में भी उछाल देखा जा रहा है। टमाटर के साथ ही हरी मिर्च और धनिया के रेट भी आम आदमी की जेब पर भारी पड़ रहे हैं। रायसेन के मंडीदीप में हरी मिर्च की कीमत 160 रुपये प्रति किलो जबकि धनिया का भाव 120 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गया है। अदरक फुटकर में तीन से चार सौ रुपये प्रति किलो तक बिक रही है।

व्यापारियों का कहना है कि पूरे जुलाई महीने में सब्जियों की कीमतें ऊंचे स्तर पर ही बनी रहेंगी। आलम यह है कि सरकारें भी सब्सिडी पर टमाटर बेचने की पहल करने लगी हैं। आंध्र प्रदेश सरकार ने टमाटर की बढ़ी कीमतों को देखते हुए सूबे में 50 रुपये किलो टमाटर बेचने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि जून के पहले हफ्ते में टमाटर 25 से 30 रुपये प्रति किलो के रेट से बिक रहा था लेकिन अब इसकी कीमतें 160 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा- बे-मौसम बारिश की वजह से टमाटर की कीमतें बढ़ी हैं। हिमाचल और कर्नाटक से जैसे ही आवक शुरू होगी कीमतें कम हो जाएंगी।

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