मोमोज नॉर्थ इंडिया के लोगों का फेवरिट स्ट्रीट फूड है। लोग इसके नुकसान के बारे में पढ़ते रहते हैं लेकिन खुद को रोक नहीं पाते। कुछ ऐसी रिपोर्ट्स भी आ चुकी हैं जिनमें मोमो की चटनी जानलेवा साबित हुई। मोमोज सिल्वर (एल्युमिनियम) के स्टीमर में बनते हैं, यह भी शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। अब ट्विटर पर न्यूरो ऐंड स्पाइन सर्जन डॉक्टर विकास कुमार ने 5 वैज्ञानिक वजहें बताई हैं कि कैसे मोमोज जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं।
मैदा हड्डियों को करता है खोखला
मोमोज मैदा के बने हुए होते हैं। मैदा गेहूं का एक उत्पाद है जिसमें से प्रोटीन व फाइबर निकाल लिया जाता है मृत स्टार्च ही बचता है। मैदे के प्रोटीन रहित होने से इसकी प्रकृति एसिडिक हो जाती है। यह शरीर में जाकर हड्डियों के कैल्शियम को सोख लेता है। मैदा अच्छी तरीके से डाइजेस्ट नहीं होता और कई बार हमारी आंतों में जाकर चिपक जाता है और हमारी आंतों को ब्लॉक कर सकता है। इससे तरह-तरह की बीमारियां हो सकती हैं।
किडनी, पैक्रियाज डैमेज
आपने गौर किया होगा कि घर में बनाए हुए मोमोज थोड़े पीले होते हैं जबकि मार्केट वाले बिल्कुल वाइट। यह इसलिए होता है क्योंकि इन्हें वाइट और सॉफ्ट बनाने के लिए ब्लीच, क्लोरीन गैस, बेंजोयल पराक्साइड, ऐज़ो कर्बेमिड मिलाया जाता है। यह केमिकल किडनी और पैंक्रियाज को डैमेज करते हैं साथ ही डायबिटीज होने का खतरा भी बढ़ाते हैं।
आंतों को नुकसान पहुंचाती लाल चटनी
मोमो के साथ मिलने वाली तीखी लाल मिर्च की चटनी उत्तेजक होती है, इसकी क्वालिटी भी लो होती है, जिससे पाइल्स, गैस्ट्राइटिस, पेट तथा आंतों में ब्लीडिंग हो सकती हैं।
MSG बेहद खतरनाक
कुछ मोमोज बेचने वाले ,मोमोज में मोनोसोडियम ग्लूटामैट( MSG) नाम का केमिकल मिलाते हैं। यह इसके टेस्ट को बढ़ता है और इसे सुगंधित बनाता है। इस MSG से मोटापा बढ़ता है। ब्रेन तथा नर्व्स की समस्या, चेस्ट पेन, हार्ट रेट और बीपी बढ़ने जैसे शिकायत हो हो जाती है।
डेड एनिमल्स का मीट
कुछ जगह नॉन वेज मोमोज में डेड एनिमल्स के मीट को मिलाया जाता है।वहीं वेज मोमोज में सड़ी-गली सब्जियां भी डाली जाती हैं। इन सब्जियों से कई तरह के कीड़े और इन्फेक्शंस शरीर में पहुंच सकते हैं।