अगर आप लगातार कम सोते हैं और 7-8 घंटे से भी कम नींद लेते हैं। तो ये आपकी सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नही है। कुछ लोग लगातार काम करते हैं और कम सोने को ही अच्छा समझते हैं। लेकिन इससे आपके शरीर पर निगेटिव असर पड़ता है। कई सारी रिसर्च में पता चल चुका है कि अगर 5 घंटे से कम सोया जाए तो इससे ना केवल बीमार होने के चांस बढ़ जाते हैं बल्कि आपके सोचने-समझने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। जानें कम सोने के नुकसान
कम सोने से पड़ सकते हैं ज्यादा बीमार
अगर आप लंबे समय तक मात्र 5-6 घंटे की नींद लेते हैं तो इससे आपकी बॉडी बीमारियों से लड़ने में अक्षम हो जाती है। रिसर्च में नींद और इम्यून सिस्टम का रिलेशन पता चला है। रिसर्च के मुताबिक जब शरीर बीमार करने वाले बैक्टीरिया से लड़ता है तो आपकी नींद कम हो सकती है वहीं अगर आप कम सोते हैं तो इससे जल्दी बीमार पड़ जाएंगे।
दिल की सेहत पर होता है बुरा असर
5 घंटे से कम रात को सोना या 9 घंटे से ज्यादा रात को सोना दोनों की तरीका हार्ट के लिए हार्मफुल है। यूरोपियन हार्ट जर्नल के मुताबिक दोनों का असर हार्ट पर होता है। कम सोने से कोरोनरी हार्ट डिसीज पैदा होने लगती है या फिर स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
कैंसर रिस्क
कम सोने से ब्रेस्ट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
आप सोच नहीं पाएंगे
अगर आप एक रात को नहीं सोते तो इससे सोचने की क्षमता पर असर पड़ता है। हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपेरिमेंटल ब्रेन रिसर्च में रात को ना सोने से ब्रेन फंक्शन जिसमे मेमोरी, डिसीजन मेकिंग, रिजनिंग और किसी प्रॉब्लम को सॉल्व करने की क्षमता पर बुरा असर पड़ने के लिए बताया गया है।
भूलने की समस्या होगी
रिसर्च के मुताबिक दिमाग को पूरे आराम की जरूरत पड़ती है जिससे कि वो नई जानकारियों को मेमोरी में इकट्ठा कर सके। जब आप नहीं सोते तो इससे भूलने की दिक्कत पैदा होने लगती है।
मर्दों पर पड़ता है असर
स्टडी के मुताबिक एक सप्ताह तक लगातार नींद पर्याप्त ना लेने से टेस्टोस्टेरॉन लेवल घटता है। 5 घंटे से भी कम सोने से सेक्स हार्मोन लेवल 10 से 15 प्रतिशत कम हो जाता है।
वजन बढ़ने लगता है
लगातार अगर यंग लोग 5 से कम घंटे सोते हैं तो इससे वजन बढ़ने के चांस बाकी लोगों की तुलना में ज्यादा होते हैं। जो कम से कम हर रात 7-8 घंटे की नींद लेते हैं।
डायबिटीज का रिस्क
मोटापे की वजह से अगर कमर चौड़ी है और पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाएगा।