नहीं कर सकती है।
जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां में दो आतंकवादियों के मारे जाने की घटना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “वे (आतंकवादी) जवानों के सामने बम और हथियार लिए खड़े थे। क्या ‘मेरे जवानों’ को गोली चलाने के लिए चुनाव आयोग से इजाजत लेने के लिए जाना होगा? जब से मैं आया हूं, हर दूसरे और तीसरे दिन कश्मीर में आतंकियों के सफाए के लिए ऑपरेशन हो रहा है।”
उन्होंने कहा कि कमल एक बार फिर देश में खिलने के लिए तैयार है। मोदी ने कहा, “जनता देश में मजबूत सरकार के लिए वोट डाल रही है। इसलिए ‘महामिलावटी दल’ निराश और हताश हैं।”
भाजपा का चुनावी अभियान राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में है जिसका किसी भी राजनीतिक दल ने विरोध नहीं किया है। लेकिन, दलों ने प्रधानमंत्री द्वारा ‘मेरे सैनिक’ कहने का विरोध किया है।
इससे पहले, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनाव आयोग ने भारतीय सेना को ‘मोदीजी की सेना’ के रूप में संदर्भित करने के लिए फटकार लगाई थी।
पिछले हफ्ते, चुनाव आयोग ने कई भाषणों के लिए प्रधानमंत्री को क्लीन चिट दी जिसमें उनके द्वारा सशस्त्र बलों, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले और पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमले का उल्लेख किया गया था।