बीते एक साल से हमास, हिजबुल्लाह के साथ जारी इजरायल के युद्ध ने इसी सप्ताह मंगलवार को नया मोड़ ले लिया था। पहली बार ईरान जैसे बड़े देश ने इजरायल पर सीधा हमला बोलते हुए 200 मिसाइलें दाग दी थीं। इस हमले में इजरायल के बड़े इलाके को टारगेट किया गया था। इजरायल के आयरन डोम सिस्टम ने इन मिसाइलों को आसमान में ही रोक लिया। अब इजरायल की तैयारी ईरान को जवाब देने की भी है। इजरायली सूत्रों का कहना है कि कुछ ही दिनों में जोरदार हमला हो सकता है। फिलहाल इजरायल यह प्लानिंग कर रहा है कि कैसे ईरान को जवाब दिया जाए।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार इजरायल की ओर से ईरान पर टारगेट अटैक किए जा सकते हैं। इसके तहत इस्लामिक मुल्क के पावर स्टेशनों पर अटैक किया जा सकता है। ऐसा हुआ तो ईरान के बड़े इलाके में अंधेरा छा सकता है और ऐसी स्थिति में इजरायल के हमले और तेज हो सकते हैं। यही नहीं इजरायल की ओर से ईरान के तेल उत्पादन वाले ठिकानों पर भी अटैक की संभावना है। यदि ऐसा हुआ तो हालात बेहद बिगड़ सकते हैं। यह इसलिए भी क्योंकि ईरान पहले ही धमकी दे चुका है कि यदि इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की तो अब हम जो हमले करेंगे, उसमें उसके सभी जरूरी ठिकानों को टारगेट करेंगे।
इस बीच इजरायल का कहना है कि यदि ईरान ने हमारे अटैक के जवाब में फिर ऐक्शन लिया तो फिर हम उसके इन्फ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी ठिकानों पर भी हमले करेंगे। इजरायल का कहना है कि हम ईरान के कुछ अन्य रणनीतिक ठिकानों को भी टारगेट कर सकते हैं। इस तरह पश्चिम एशिया में एक नया फ्रंट खुल गया है। खासतौर पर अमेरिका की ओर से अतिरिक्त सैनिक भेजने, फ्रांस की ओर से इजरायल के ऐक्शन को वाजिब ठहराने से तनाव और बढ़ गया है। इस जंग में अब खेमेबंदी बनती जा रही है।
ईरान को भी इजरायल का डर, पहले ही सुरक्षित ठिकाने में खामेनेई
इजरायल की जवाबी कार्रवाई का डर ईरान को पहले ही है। यही वजह है कि उसके शीर्ष नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई बंकर में हैं। आज हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह को दफनाया जाना है। इस मौके पर खामेनेई कुछ वक्त के लिए बंकर से निकल सकते हैं, लेकिन उनके रुख से साफ है कि ईरान में इजरायली अटैक का खौफ है। फिलहाल जुमे की नमाज पर खामेनेई हजारों लोगों का नेतृत्व कर सकते हैं।