बताया है। नासा प्रमुख जिम ब्राइडेन्स्टाइन कहा की जिस उपग्रह को भारत ने निशाना बनाया है, वह लगभग 400 से अधिक संख्या मे टूट गया है। जिसमे से छोटे टुकड़ो को ट्रेक कर लिया गया है और बढ़े टुकड़ो की खोज जारी है। नासा ने यह भी कहा की भविष्य मे इस तरह की गतिविधियों का परिणाम सही साबित नहीं हो सकता है। 1957 मे स्पूतनिक लांच किया गया था तब से आंतरिक्ष मे लगभग 8000 कृतिम उपग्रह भेजे जा चुके है। इनमे से 800 अमेरिका तथा कुछ चीन और कुछ रूस के है,भारत के वर्तमान कृतिम उपग्रहो की की संख्या महज 48 है। वर्तमान मे इस समय करीब 200 उपग्रह काम कर रहे है। चीन ने भी 2007 मे एंटी-सैटेलाइट मिसाइल का परीक्षण किया था। 800 किलोमीटर से अधिक की ऊंचाई पर उन्होने अपने उपग्रह को मार गिराया था जिसका कचरा अभी भी अन्तरिक्ष मे पड़ा हुआ है।