हर साल सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने की तिथि पर मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है. यह दिन भगवान सूर्य की पूजा के लिए समर्पित है. मकर संक्रांति के त्योहार को कई जगहों पर पोंगल के नाम से जाना जाता है, तो कुछ जगहों पर खिचड़ी के पर्व के तौर पर मनाते हैं. मकर संक्रांति के दिन सूर्य और शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए गुड़, तिल और गर्म कपड़े आदि का दान किया जाता है. धार्मिक मत है कि मकर संक्रांति के दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है, जिनको करने से साधक को जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है, तो चलिए जानते हैं मकर संक्रांति के दिन किन गलतियों को करने से बचना चाहिए.
पेड़ का कटाई ना करें
मकर संक्रांति के दिन पेड़ों की कटाई और छटाई को भी अशुभ माना गयाा है. यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे आपके जीवन में कुछ बाधाएं आ सकती हैं. इस दिन तुलसी की पत्तियों को भी नहीं तोड़ना चाहिए.
नशे का सेवन ना करें
मकर संक्रांति वाले दिन नशे का सेवन भी अशुभकारी है. इस दिन शराब, सिगरेट, गुटके का सेवन नहीं करना चाहिए.
तामसिक भोजन ना करें
मकर संक्रांति के दिन हर किसी को तामसिक भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए. इसके साथ ही इस दिन प्याज और लहसुन का भी सेवन नहीं करना चाहिए.
गलत भाषा का प्रयोग न करें
मकर संक्रांति के दिन हमें गुस्सा करने से बचना चाहिए और अपनी भाषा पर भी कंट्रोल करना चाहिए. साथ ही हमें इस दिन किसी के प्रति गलत विचारों को नहीं लाना चाहिए.
स्नान किए बिना भोजन न करें
मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि अगर इस दिन स्नान किए बिना भोजन करते हैं तो इससे दरिद्रता को बढ़ावा मिलता है.
शाम को न करें ये काम
मकर संक्रांति के दिन शाम के समय भोजन करना अच्छा नहीं माना जाता. इससे सूर्य देव रुष्ट हो सकते हैं,इसलिए सूरज ढलने के बाद भोजन करने से बचें.
किसी को खाली हाथ न लौटाएं
संक्रांति के दिन आपके दरवाजे पर अगर कोई भी बुजुर्ग या गरीब भीख मांगने आता है, तो उसे अपने घर के दरवाजे से खाली हाथ ना लौटाए, उस दिन कुछ ना कुछ अनाज देकर ही विदा करें. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपका भारी नुकसान होने की आशंका हो सकती है. क्योंकि इस दिन दान का बहुत महत्व होता है.