दिवाली का पंचदिवसीय त्योहार आने वाला है। दिवाली से ठीक अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा के अगले दिन भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। लेकिन इस साल गोवर्धन पूजा और भाई दूज एक ही दिन मनाया जाएगा। इसके पीछे का कारण प्रतिपदा व द्वितीया तिथि का एक ही दिन होना है। उदया तिथि हिंदू धर्म के अनुसार, किसी भी त्योहार को उदया तिथि में मनाना शुभ माना गया है।
गोवर्धन पूजा व भाई दूज 2023 की तिथि: गोवर्धन पूजा या अन्नकूट का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है। इस साल गोवर्धन पूजा 14 नवंबर 2023 को है।
इस वजह से गोवर्धन पूजा और भाई दूज एक ही दिन: ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 14 नवंबर 2023 को उदयातिथि में गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन ही द्वितीया तिथि दोपहर बाद प्रारंभ होगी। भाई दूज का पर्व भी उदया तिथि में ही मनाया जाएगा। इस वजह से इस साल गोवर्धन पूजा व भाई दूज एक ही दिन पड़ रहे हैं।
गोवर्धन पूजा 2023 शुभ मुहूर्त: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 13 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट से प्रारंभ होगी और 14 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि मान्य होने के कारण गोवर्धन पूजा 14 नवंबर को होगी। गोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहूर्त सुबह 06 बजकर 43 मिनट 08 बजकर 52 मिनट तक है।
गोवर्धन पूजा क्यों मनाते हैं: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा की जाती है। इसे अन्नकूट भी कहते हैं। इस त्योहार का संबंध भगवान श्रीकृष्ण से है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने देवों के राजा इंद्र का घमंड चूर करने और गोकुल के लोगों की उनके गुस्से से रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को उठा लिया था।
भाई दूज 2023 कब है: भाई दूज का पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। द्वितीया तिथि 14 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 36 मिनट से प्रारंभ होगी और 15 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी। इस साल भाई दूज 14 नवंबर 2023 को उदया तिथि में ही मनाया जाएगा।
भाई दूज 2023 के दिन टीका का शुभ मुहूर्त: भाई दूज के दिन तिलक करने का शुभ समय 14 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 10 मिनट से दोपहर 03 बजकर 19 मिनट तक रहेगा।