Basant panchami ke din kya karna chahiye: बसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाते है। इस दिन संगीत की देवी मां सरस्वती की विधिवत पूजा की जाती है। मान्यता है कि ब्रह्मा जी ने इस दिन चार हाथों वाली मां सरस्वती प्रकट की थी, जिनके एक हाथ में वीणा, दूसरे हाथ में पुस्तक, तीसरे हाथ में माला और चौथे हाथ में वर मुद्रा हैं। जिस दिन मां सरस्वती प्रकट हुई थीं, उस दिन बसंत पंचमी थी। इस साल बसंत पंचमी कुछ जगहों पर 2 फरवरी और कुछ जगहों पर 3 फरवरी को मनाई जाएगी। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने के अलावा कुछ नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। जानें बसंत पंचमी के दिन क्या करें और क्या नहीं-
बसंत पंचमी के दिन क्या करें-
1. बसंत पंचमी के दिन पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। अगर नदी में स्नान करना संभव नहीं है तो घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर नहा लें।
2. मां सरस्वती की विधिवत पूजा करनी चाहिए और मां को पीले रंग के पुष्प अर्पित करने चाहिए।
3. मां सरस्वती को पीले भोग अति है। इस दिन मां को पीली बूंदी, केसर हलवा और मालपुआ, खीर या मिठाई आदि का भोग लगाना चाहिए।
4. मां सरस्वती की पूजा के समय पेन, पेपर और बही खाता आदि करना चाहिए।
5. बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए।
बसंत पंचमी के दिन क्या न करें-
1. बसंत पंचमी के दिन वाद-विवाद से बचना चाहिए। किसी को भी अपशब्द नहीं कहने चाहिए।
2. इस दिन से बसंत ऋतु आरंभ होती है। इस दिन पेड़-पौधे या फिर फसल काटने की मनाही होती है।
3. बसंत पंचमी के दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। तामसिक भोजन से दूरी रखनी चाहिए।
4. बसंत पंचमी के दिन स्नान आदि से पहले भोजन नहीं करना चाहिए।
