कुंभ शनि की राशि है।ऐसे में शनि इस राशि में वक्री हो रही हैं। 29 जून को शनि कुंभ राशि में रहकर वक्री हो जाएंगे। ऐसा कहा जाता है कि इस राशि में शनि के वक्री होने से तूफान, भूकंप और दुर्घटनाएं होने के योग बनते हैं। इसके अलावा शनि की साढ़ेसाती और ढैया वाली राशियों को दिक्कत हो सकती है। अभी शनि कुंभ राशि में हैं। शनि जिस राशि में होते हैं, उस पर और उससे ऊपर और उससे नीचे की राशि में शनि क साढ़ेसाती होती है। इसलिए मकर, कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती है। चरणकी बात करें तो कुंभ में साढ़ेसाती का दूसरा, मकर में आखिरी और मीन राशि पर पहला चरण चल रहा है। शनि के वक्री यानी उल्टी चाल चलने पर इन राशियों को दिक्कत होती है।
इसलिए राशि अनुसार ये उपाय आपको लाभ देंगे-
जैसे ही शनि वक्री हो तो मेष राशि, मिथुन राशि वालों को शनि देव को प्रसन्न करने के लिए तिल के तेल से शनि देव का अभिषेक करना चाहिए। इसके अलावा वृषभ राशि के लोग सरसों के तेल से शनि का अभिषेक करें। कर्क राशि वाले छायादान करें। सिंह राशि – वालों को भी सरसों का तेल या तिल का तेल शनि को चढ़ाने से लाभ होगा। कन्या राशि राशि के लोगों को सरसों तेल का दान करना चाहिए। तुला राशि वाले सरसों के तेल का दान न करें, बल्कि शनिदेव को अर्पित करें। धनु राशि वाले मूंगफली तेल का दान कर सकते हैं। साढ़ेसाती वाली राशियां खास ध्यान दें-इनके लिए उपाय जरूरी है। इसमें मकर राशि वाले वक्री होने पर तिल के तेल से शनि देव का हवन करें। कुंभ राशि वाले छाया दान के अलावा सरसों का तेल किसी मंदिर में दान करें। मीन राशि वालों को मंगूफली तेल से शनि देव का अभिषेक करना चाहिए।