रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद पर पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री विष्णुदेव साय की नियुक्ति पर कांग्रेस नेताओं के पेट में उठ रहे मरोड़ पर कटाक्ष कर कहा है कि श्री साय की नेतृत्व क्षमता और संगठन कुशलता के कारण आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी क़रारी शिकस्त देखकर कांग्रेस नेता तरह-तरह के प्रलाप करके अपनी घबराहट और सत्ता खो देने की अकुलाहट का प्रदर्शन कर रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि श्री साय की नियुक्त में भाजपा की गुटबाजी तलाश रहे कांग्रेस के प्रलापी नेताओं को अंतत: निराशा ही हाथ लगनी है क्योंकि भाजपा विचारधारा आधारित दल है जो कार्यकर्ताओं के पराक्रमी पुरुषार्थ और आंतरिक लोकतंत्र की पोषक है। श्री उपासने ने कहा कि गुटबाजी और सत्ता-संघर्ष से उपजे अंतर्कलह में आकंठ डूबी कांग्रेस के नेता दरअसल अपनी कांग्रेस जैसा राजनीतिक चरित्र भाजपा का भी मानने की भूल कर रहे हैं। कांग्रेस नेता भाजपा की छोड़, अपनी पार्टी और प्रदेश सरकार में मचे अंतर्कलह के कोहराम को थामने की चिंता करें।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए ढाई-ढाई साल के अनुबंध के बावज़ूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव में गहराता मतभेद खुलकर सामने आ रहा है। कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की शुरुआती बैठक में जिस तरह मंत्री सिंहदेव को किनारे करने की कोशिश हुई थी, वह कांग्रेस के अंतर्कलह का प्रमाण था। इसे लेकर मंत्री सिंहदेव ने तब खुलकर अपनी नाराज़गी जताई थी। श्री उपासने ने कहा कि अपनी उपेक्षा से नाराज़ मंत्री सिंहदेव अपने रिश्तेदार के इलाज की बात कहकर मुंबई चले गए थे।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि प्रदेश सरकार में व्याप्त गुटबाजी और सत्ता-संघर्ष का आलम यह है कि मंत्रिमंडल अपनी सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना तक का सम्मान नहीं कर पा रहा है। कोरोना संकट को लेकर मुख्यमंत्री बघेल और मंत्री सिंहदेव के बीच परस्पर विरोधाभासी बयानबाजी भी इस बात का प्रमाण देती है कि कांग्रेस और प्रदेश सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। श्री उपासने ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव एक तरफ प्रदेश में कोरोना संकट के गहराने की आशंका जता रहे हैं और मुख्यमंत्री बघेल उसे लगातार ख़ारिज़ कर रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि कांग्रेस की प्रदेश सरकार और संगठन में गुटबाजी और सत्ता-संघर्ष के दिख रहे नित-नए पैंतरे कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र के परिचायक हैं और इसी के चलते सरकार बनने के डेढ़ साल बाद तक प्रदेश सरकार निगम-मंडलों में नियुक्तियाँ नहीं कर पाई है। श्री उपासने ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया का ऐन वक़्त पर दौरा स्थगित हो जाना कांग्रेस के अंतर्कलह और दम तोड़ चुके आंतरिक लोकतंत्र से उपजी घबराहट का संकेत करता है।