हमास के साथ जारी युद्ध विराम की अवधि समाप्त हो गई है और इजरायल फिर से हमलावर मोड में आ गया है। इजरायल की सेना ने का कहना है कि उसने गाजा में एक बार फिर से हमले शुरू कर दिए हैं और हमास को निशाना बनाया जा रहा है। बंधकों को छुड़ाने के लिए जारी युद्ध विराम को आगे बढ़ाने पर सहमति नहीं बनी है और इसी के चलते वह फिर से हमलावर है। एएफपी न्यूज एजेंसी के एक पत्रकार ने इजरायल की ओर से किए जा रहे हमलों की पुष्टि की है। पत्रकार ने कहा कि उन्होंने इजरायल के हवाई हमलों और जमीन पर गोलीबारी को देखा है।
इजरायल ने फिर से युद्ध शुरू होने के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया है। इजरायली सेना ने ट्वीट कर कहा, ‘हमास ने युद्ध रोकने के नियम का उल्लंघन किया है। उसने इजरायल की धरती पर हमला किया है। इसके जवाब में हमने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब हम गाजा पट्टी पर हमास के आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहे हैं।’ इस बीच 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमास के हमले को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इसमें दावा किया गया है कि इजरायल को पहले ही हमास के हमले का इनपुट मिल गया था।
अब सवाल है कि यदि इजरायल के पास पहले ही हमले का इनपुट था तो उसने ऐक्शन क्यों नहीं लिया? न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यहूदी देश को लगता था कि हमास के बस का नहीं है कि वह हमला कर सके। हमास के हमले के करीब एक साल पहले ही इस बारे में इजरायली अफसरों को जानकारी मिली थी। उनके साथ डॉक्युमेंट भी शेयर हुए थे। लेकिन इजरायली सेना औऱ एजेंसियों को अनुमान ही नहीं था कि वास्तव में हमास इतने भीषण हमले को अंजाम दे सकता है।
इजरायली सेना को जो दस्तावेज मिले थे, उसमें हमले की तारीख का जिक्र नहीं था। लेकिन यह जरूर था कि कैसे हमास सीमा पार करके हमला कर सकता है। लेकिन हमास ने चौंका दिया और इजरायल एवं फिलिस्तीन के बीच 75 सालों से चल रही जंग में अब तक का सबसे बड़ा हमला किया।