Home Remedies For Mouth Blister: कई बार पेट में गर्मी, पाचन बिगड़ने, कब्ज और ज्यादा मसालेदार और ऑयली खाने की वजह से व्यक्ति को मुंह और जीभ में छालों की समस्या होने लगती है। मुंह और जीभ पर निकले इन छालों की वजह से व्यक्ति का सबकुछ खाना-पीना मुश्किल हो जाता है। अगर आप भी जीभ के छालों से अक्सर परेशान रहते हैं तो ये घरेलू उपाय आपकी समस्या दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
जीभ के छाले के लक्षण-
-छालों के आस-पास सूजन होना।
-कुछ चबाने या ब्रश करने में तकलीफ होना।
-कुछ नमकीन, तीखा या खट्टा खाने से छालों में जलन होना।
-भूख न लगना।
-बुखार आना।
-बेचैनी महसूस होना।
जीभ में होने वाले छालों के कारण-
– तेज गर्म खाने से जीभ में छाले हो सकते हैं।
– किसी वायरल संक्रमण की चपेट में आने से भी जीभ में छाले हो सकते हैं।
– ओरल हाइजीन न रखने पर भी छालों की समस्या हो सकती है।
-खाना खाते समय जीभ कटने पर भी यह समस्या हो सकती है।
जीभ के छालों से राहत पाने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय-
एलोवेरा जेल-
एलोवेरा जेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। जो जीभ के छाले की सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण छालों से जल्द राहत पाने में मदद करते हैं। एलोवेरा के इस उपाय को करने के लिए सबसे पहले एलोवेरा के पत्ते को काटकर उसका जेल निकाल लें। अब इस जेल को छालों पर लगाकर 5-10 मिनट बाद गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। इस उपाय को दिन में तीन से चार बार तब तक करें, जब तक छालों में पूरी तरह आराम न मिल जाए। ऐसा करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपको एलोवेरा जेल को निगलना नहीं है।
ग्लिसरीन-
शहद और ग्लिसरीन बराबर मात्रा में मिलाकर जीभ के छाले पर तीन मिनट के लिए लगाएं। इसके बाद गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। इस उपाय को दिनभर में तीन से चार बार करें। शोध के अनुसार, ग्लिसरीन जीभ के छाले का इलाज करने में सहायक साबित हो सकता है। यह छाले की वजह से होने वाले दर्द और जलन में आराम दिलाकर घाव को जल्दी भरने में मदद करती है।
दूध-
जीभ के छालों को ठीक करने के लिए रोज एक या दो गिलास ठंडा दूध पिएं। दूध में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण छालों की वजह से हो रहे दर्द और सूजन में आराम देते हैं। जबकि इसमें मौजूद बायोएक्टिव गुण मुंह का स्वास्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। जिससे छालों में जल्द आराम मिलता है।