नई दिल्ली. दूध में मिलावट हमेशा होती है लेकिन पहले ये मिलावट पानी की होती है। वहीं अब इस मिलावट में केमिकल शामिल किए जाने लगे हैं। जो सेहत के लिए खतरनाक होते हैं। दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए अक्सर दूध के व्यापारी इस तरह की मिलावट करते हैं। जो बेहद हार्मफुल होते हैं। यूरिया, डिटर्जेंट, फार्मेलिन, कास्टिक सोडा, बोरिक एसिड, हाइड्रोजन पराक्साइड, शुगर और मेलामाइन जैसे केमिकल दूध में खूब मिलाए जाते हैं। जो सेहत के लिए नुकसानदेह होते हैं। दूध की शुद्धता की परख करना जरूरी है जिससे कि ये पता चल सके कि आप मिलावटी दूध तो नहीं पी रहे। वहीं मिलावटी दूध में माल्टोडेक्सट्रिन की मिलावट इन दिनों काफी ज्यादा हो रही है। ऐसे में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया एफएसएसआई ने बताया है कि किस तरह के दूध में मिले इस सफेद पाउडर की पहचान की जा सकती है।
क्या है माल्टोडेक्सट्रिन
माल्टोडेक्स्ट्रिन एक तरह का पाउडर है जिसमे स्टार्च मिला होता है। इस केमिकल का इस्तेमाल दूध को खराब होने से बचाने से लेकर थिकनेस और टेस्ट बढ़िया करने के लिए मिलाते हैं। माल्टोडेक्सट्रिन का इस्तेमाल कैंडी, सॉफ्ट ड्रिंक, केक, पेस्ट्री जैसी चीजों में किया जाता है।
कैसे बनता है माल्टोडेक्सट्रिन
इसे मकई, आलू, गेहूं और चावल से बनाया जाता है। पाउडर फार्म में आने वाले इस केमिकल को स्टार्च से तैयार किया जाता है।
कैसे करें दूध में मिलावट की पहचान
एफएसएसएआई के अनुसार इसे पहचानने के लिए किसी ट्यूब में 5 मिली तक दूध लें। फिर इसमे 2 मिली आयोडीन रिजेंट मिक्स करें।
इसे मिलाने के साथ ही दूध का कलर चेक करते रहें।
दूध में माल्टोडेक्स्ट्रिन की मिलावट होने पर दूध का कलर बिल्कुल गाढ़ा भूरा, चॉकलेट के कलर का हो जाएगा।
वहीं दूध में मिलावट ना होने पर ये हल्का भूरा रंग का ही दिखता है।
दूध में हो रही अन्य मिलावट को घर में इस तरह परखें
दूध में माल्टोडेक्स्ट्रिन के अलावा पानी या दूसरे केमिकल की मिलावट होने पर इस तरह से जांच की जा सकती है।
पानी की मिलावट
दूध में पानी की मिलावट सेहत को सीधेतौर पर भले ही नुकसान ना करती हो लेकिन इससे पौष्टिक तत्वों की कमी हो जाती है। दूध में पानी की मिलावट जांचने के लिए दूध को किसी प्लेन सतह पर रखकर झुकाएं। अगर दूध तेजी से नीचे गिर जाता है तो इसका मतलब है कि इसमे पानी की मिलावट है। अगर दूध रुक-रुक कर गिरे तो पानी की मिलावट कम है।
नकली दूध की पहचान
नकली दूध की पहचान उसके खऱाब स्वाद की वजह से हो जाती है। सिंथेटिक दूध उंगलियों पर रगड़ने पर साबुन जैसा चिकना फील होता है और गर्म करने पर इसका रंग पीला हो जाता है।
दूध को गर्म कर करें शुद्धता की जांच
घर में आ रहा दूध असली या मिलावट वाला ये जांचने के लिए दूध को उबालकर पकाएं। जब तक कि ये खोवा का रूप ना ले लें। गाढ़े दूध या खोया के कण मोटे, रूखे और सख्त हैं तो इसका मतलब है कि दूध में मिलावट है। वहीं सॉफ्ट और घी जैसे हैं तो दूध की क्वालिटी अच्छी है।
दूध में स्टार्च की जांच
दूध में स्टार्च की मिलावट है कि नहीं ये चेक करने के लिए 5 मिली दूध में दो चम्मच नमक या आयोडीन मिला दें। अगर दूध का रंग नीला हो गया तो इसका मतलब है कि दूध में स्टार्च की मिलावट है।