पीएम मोदी के ‘सबसे खास दोस्त’ की भारत यात्रा जल्द, 2022 में हुआ था अंतिम दौरा

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भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के सबसे खास दोस्त और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत का दौरा करेंगे। लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के बाद पिछले साल अपने पहले विदेश दौर पर रूस पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को भारत आने का निमंत्रण दिया था। अब खबर है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीेएम मोदी की ओर से भारत यात्रा का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। पुतिन जल्द ही भारत दौरे पर आ सकते हैं। 2022 में यूक्रेन के साथ युद्ध छिड़ने के बाद पहला मौका होगा, जब रूसी राष्ट्रपति पुतिन भारत दौरे आ रहे हैं।

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि पुतिन की भारत यात्रा के लिए तैयारियां चल रही हैं। हालांकि उन्होंने कोई निश्चित तारीख नहीं बताई। लावरोव ने कहा, ‘राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारतीय सरकार के प्रमुख की ओर से भारत यात्रा का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी बार निर्वाचित होने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए रूस को चुना था और अब हमारी बारी है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन युद्ध पर तो बात होगी ही, साथ ही दोनों नेता डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद भू-राजनीतिक उथल-पुथल पर भी चर्चा कर सकते हैं।

बता दें कि भारत ने यूक्रेन संघर्ष पर तटस्थ रुख बनाए रखा है, भले ही प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन से बार-बार कहा है कि यह युद्ध का युग नहीं है। भारत ने रूस की निंदा करने वाले संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों से खुद को दूर रखा है और पुतिन की सार्वजनिक रूप से आलोचना करने से भी परहेज किया है। भारत ने जहां रूस के साथ अपने संबंधों को मजबूत बनाए रखा है वहीं, यूक्रेन के साथ भी रिश्ते कायम रखे हैं। पीएम मोदी ने 2024 में रूस के साथ-साथ यूक्रेन की भी यात्रा की और राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री अक्टूबर में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए रूस के कजान भी गए थे।

पीएम मोदी और पुतिन की दोस्ती पर पूरी दुनिया की नजर

भारत का रूस के साथ दशकों पुराना संबंध है। रूस भारत के रक्षा उपकरणों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता भी है। इसके अलावा, यूक्रेन युद्ध को लेकर पश्चिमी प्रतिबंधों का सामना कर रहे रूस ने भारत को रियायती तेल भी बेचा है। पिछले साल पीएम मोदी की यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके 100 अरब डॉलर करने पर सहमति जताई थी। अब दोनों की मुलाकात पर एक बार फिर से पूरी दुनिया की नजर रहेगी।

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