नवजात शिशु को झाड़ियों में फेंकने वाले मां-बाप की साजिश का पर्दाफाश

प्रादेशिक मुख्य समाचार

दुर्ग  : दुर्ग जिले में नवजात शिशु से जुड़ा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां खुद मां ने अपने शिशु को जन्म के बाद फेंक दिया और बच्चे के नाजायज पिता ने ही शिशु को झाड़ियों में मिले होने की बात कहकर जिला अस्पताल में भर्ती करवा दिया। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।

दो दिन पहले दो युवकों ने एक जिंदा नवजात शिशु को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने अस्पताल को बताया कि शिशु उन्हें रेलवे पटरी के किनारे झाड़ियों में रोते हुए पड़ा मिला था। मोहन नगर पुलिस ने दोनों युवकों गुरुदर्शन सिंह संधू और यश साहू के बयान पर मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू की। मामला संवेदनशील होने के कारण पुलिस के आला अधिकारियों ने टीम बनाकर जांच शुरू की। दोनो ही युवकों पर संदेह होने पर बारीकी से पूछताछ की। पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल किया।

उन्होंने पुलिस ने बताया कि गुरुदर्शन सिंह का प्रेम संबंध शीतल साहू से डेढ़ साल से था। इसके बाद वह गर्भवती हो गई, लेकिन गुरुदर्शन सिंह पहले से ही शादीशुदा था। इस वजह से बह बच्चे को अपनाने में आनाकानी कर रहा था। युवती ने अपने ही घर पर ही बच्चे को जन्म दिया और नारफुल सहित खिड़की के बाहर फेंक दिया था,  लेकिन आरोपी गुरुदर्शन सिंह ने उस शिशु को उठाकर अपने साथी के साथ जिला अस्पताल पहुंच कहानी गढ़ने लगा। पुलिस ने युवती सहित दोनों युवकों के खिलाफ बीएनएस की धारा 93 के तहत कार्रवाई कर गिरफ्तार कर लिया है।

दुर्ग सीएसपी प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि मामला सामने आने के बाद पुलिस ने नवजात शिशु को अस्पताल पहुंचने वाले युवकों से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने बताया कि आरोपी गुरुदर्शन का प्रेमी शीतल ने नवजात बालक को जन्म देने के बाद घर के बाथरूम की खिड़की से बाहर फेंक दी थी। इसके बाद इसकी जानकारी गुरु दर्शन सिंह को दी। आरोपी ने अपने दोस्त यश साहू के साथ मिलकर नवजात बच्चे को अस्पताल में ले जाकर भर्ती करा दिया। झाड़ियों में रोते हुए मिलने की बात कही थी। इस मामले में दो युवक समेत एक युवती को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।

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