कोरबा। जिले के कटघोरा वन मंडल में 48 हाथी लंबे समय से विचरण कर रहे हैं। कई हाथी झुंड से बिछड़ कर जंगल से लगे गांव में पहुंच रहे हैं। जिससे ग्रामीण दहशत में हैं ग्रामीण रात को जगाने को मजबूर हैं। अब हाथियों पर सायरन कभी असर नहीं हो रहा है। केंदई रेंज में दंतैल हाथी ने रात ढ़ोढ़ाबहार में दो मकानों को तोड़ दिया।
केंदई रेंज में दंतैल हाथी के कहर से बचने के लिए ग्रामीण शंकर ने अपने परिवार के साथ भागकर जान बचाई। हाथी के मकान तोड़ने और हाथी मित्र दल के वाहन में सायरन बजाने का वीडियो सामने आया है। जहां वन विभाग की टीम सायरन बजा रही है। लेकिन हाथी को कोई असर नहीं हो रहा है, वह घर के बाहर खड़ा हुआ था। हाथी मित्र दल के कर्मचारी टॉर्च मारने के साथ सायरन बजाते रहे। लेकिन दंतैल पर कोई असर नहीं हुआ। हाथी मकान को तोड़ने के साथ ही अंदर से राशन सामान निकाल कर खाता रहा। काफी देर बाद दो मकानों को तोड़ने के बाद जंगल की ओर चला गया। इस क्षेत्र में अभी 28 हाथी घूम रहे हैं। जिसमें से दंतैल हाथी अलग से घूम रहा है। आसपास के ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है।
ग्रामीणों की मानें तो हाथी गांव के आसपास में विचरण कर रहा है, जो अक्सर गांव के करीब आ जाता है। कई बार तो गांव के अंदर हाथी घुस जाता है और फसल को भी नुकसान पहुंचाता है जिससे लोग परेशान हैं और उन्हें आर्थिक क्षति भी हो रही है। हाथी से बचने के लिए उन्हें कई बार रात-रातभर जगना पड़ जाता है। वहीं, शाम होते ही लोगों को घर के अंदर रहना पड़ता है। डर हमेशा बना हुआ रहता है।
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