नयी दिल्ली. देश में रोज़गार के प्रति युवाओं का नजरिया बदलने के लिए स्वदेशी जागरण अभियान द्वारा शुरु किए गए स्वावलंबी भारत अभियान अब ग्रामीण इलाकों में युवाओं को ट्रेनिंग देना शुरु कर रहा है।
इसके लिए स्वावलंबी भारत अभियान और जागृति उद्यम केंद्र के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश के देवरिया में 13-14 मई को एक कार्यशाला आयोजित हो रही हैं। जिसमें युवाओं को खुद के रोज़गार शुरु करने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ उन्हें विभिन्न उद्योगों के बारे में भी बताया जाएगा।
स्वदेशी जागरण मंच के सह संगठक सतीश कुमार ने बताया कि हमने पूरे देश के 750 जिलों में से 450 जिलों में रोज़गार सजृन केंद्र खोल दिए हैं। अब हम ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को अपने खुद के काम करने के लिए प्रेरित करने का काम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हम युवाओं के साथ रोज़गार को लेकर कार्यशाला कर चुके हैं। जहां युवाओं को कई बड़े उद्यमियों से मिलवाया गया है, उन्हें क्या काम करना चाहिए, इसपर व्याख्यान दिलाया गया है। साथ ही वहां बैंकों और अन्य संस्थाओं के साथ युवाओं को कनेक्ट भी कराया गया है।
जागृति उद्यम केंद्र के संस्थापक शशांक मणि ने बताया कि हम करीब चार सालों से यह अभियान चला रहे हैं। हम यहां युवाओं के साथ मिलकर एक ऐसा सिस्टम बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें उद्यमियों को उद्यम लगाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। हम उन्हें तकनीक में सहायता कर रहे हैं, उन्हें फंडिंग में भी सहायता कर रहे हैं और उनके बनाए प्रोडक्ट को मार्केट देने की कोशिश कर रहे हैं। हमने अभी तक 100 से ज्य़ादा उद्यमियों को तैयार कर लिया है, जोकि अब खुद रोज़गार देने की स्थिति में आ गए हैं। अब तक 2000 लोगों को रोज़गार मिल चुका है।