कब्ज, गैस, एसिटिडी, सीने में जलन, डायरिया, अपच, ब्लॉटिंग ऐसी समस्याएं हैं, जिनसे ज्यादातर लोगों को सामना करना पड़ता है। पाचन की इन दिक्कतों के लंबे समय तक बने रहने की वजह से कई और भी बीमारियां जन्म लेती है। ऐसे में जरूरी है कि लोगों को डाइजेस्टिव हेल्थ के बारे जानकारी हो।
हर साल 29 मई को वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य लोगों को डाइजेशन हेल्थ के बारे में जागरुक करना है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसीज और दूसरी पाचन से जुड़ी दिक्कतों के बारे में लोगों को पूरी तरह से जानकारी होनी चाहिए। जिससे कि लोग ज्यादा से ज्यादा अपने पाचन की हेल्थ को सुधार सकें और हेल्दी लाइफस्टाइल जिएं।
जानें क्या है वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे की थीम
साल 2024 में वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे मनाने की धीम है योर डाइजेस्टिव हेल्थ: मेक इट ए प्रियॉरिटी।
वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे का इतिहास
वर्ल्ड गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ऑर्गनाइजेशन की ऑफिशियली स्थापना के साथ ही साल 2004 में में वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे मनाने की शुरुआत की गई। इस ऑर्गनाइजेशन की स्थापना जीआई बीमारी से जूझ रहें लोगों को क्वालिटी लाइफ में सुधार करने के लिए की गई है। ऐसे में वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे के दिन जागरुकता फैलाई जाती है। जिससे लोग जीआई डिसीज के बारे में सही इलाज करवा सकें।
वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे को मनाने का उद्देश्य
वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे को मनाने के ये उद्देश्य हैं
वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे एक मौका है लोगों को जीआई डिसीज के बारे में जागरुक करने का।
इसके साथ ही लोगों को हेल्दी ईटिंग और एक्सरसाइज के लिए प्रमोट करना है।
वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे की मदद से लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल जीने के लिए मोटिवेट करता है।